आगरा में शाहरुख से ठगी करने पर फर्जी आईआरएस अधिकारी अरेस्ट
आगरालीक्स… आगरा में शाहरुख खान से ठगी करने पर फर्जी आईआरएस अधिकारी अरेस्ट, पुलिस ने फर्जी अधिकारी को उसकी गर्ल फ्रेंड के घर से पकडा
आगरा में न्यू आगरा पुलिस ने दयालबाग क्षेत्र की एक कॉलोनी में कोठी से मैनपुरी निवासी मितेश यादव को अरेस्ट किया है। पुलिस ने बताया कि मितेश यादव खुद को आईआरएस अधिकारी बताता था और नौकरी लगाने के नाम पर ठगी कर रहा था। वह यह काम काफी समय से कर रहा था।
शाहरुख से नौकरी के नाम पर की ठगी

पुलिस ने बताया कि वजीरपुरा निवासी शाहरुख की पहचान मितेश यादव से हुई थी, नितेश ने खुद को आईआरएस अधिकारी बताया और नौकरी लगवाने के लिए कहा। इसके लिए उसने शाहरुख से 25 हजार रुपये ले लिए, नौकरी न लगने पर शाहरुख ने लोगों से पता किया तो मितेश के फर्जी आईआरएस अधिकारी होने का पता चला।
गर्ल फ्रेंड के घर से पकडा
शाहरुख ने पुलिस को फर्जी आईआरएस अधिकारी बनकर नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करने वाले नितेश यादव की जानकारी दी, वह रविवार को अपनी गर्ल फ्रेंड के घर दयालबाग में आया था। उसे पुलिस ने वहां से पकड लिया, पूछताछ में नितेश ने बताया कि वह एमए कर चुका है।
4 जून 2018 को सगाई से पहले पकडा गया फर्ज़ी आईएएस अधिकारी
4 जून 2018 को आगरा में रिटायर अधिकारी की बेटी से सगाई करने पहुंचा फर्ज़ी आईएएस अधिकारी अरेस्ट,फर्ज़ी आईएएस अधिकारी खुद को पांडिचेरी के लेफ्टिनेंट गवर्नर का ओएसडी बता रहा था, पुलिस द्वारा सख्ती से की गई पूछताछ में उसने कबूल किया है कि वह बीएससी करने के बाद सिविल सर्विसेज की तैयारी करने दिल्ली पहुंच गया। सिविल सर्विसेज में चयन न होने के बाद उसने शादी में दहेज से करोडों रुपये कमाने के लिए फर्ज़ी आईएएस अधिकारी बनकर आगरा के रिटायर अधिकारी को जाल में फंसा लिया।
आगरा के न्यू आगरा में एक रिटायर अधिकारी रहते हैं, वे शिक्षा विभाग से रिटायर हुए हैं। उनकी बेटी पीएचडी हैं, उन्होंने अपनी बेटी की शादी के लिए मेट्रीमोनियल साइट पर प्रोफाइल डाला था, इसके बाद से उनके पास कॉल आने लगे। मई में उनके पास गाज़ीपुर निवासी डॉ मंजीत राज ने खुद को आईएएस बताते हुए फोन से संपर्क किया। उसने अपनी पोस्टिंग पांडिचेरी के लेफ्टिनेंट गवर्नर के ओएसडी के पद पर बताई। उसने बताया कि उसका एक फ्लैट दिल्ली में भी है।
फेसबुक से लेकर गांव में आईएएस अधिकारी
बेटी के रिश्ते से पहले रिटायर अधिकारी डॉ मंजीत के गांव गाजीपुर गए, वहां भी उन्हें सभी ने बताया कि मंजीत आईएएस अधिकारी है, उन्होंने मंजीत की पफेसबुक प्रोफाइल भी चेक की, इसमें संसद भवन समेत अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर उसके फ़ोटो पोस्ट थे। इसके बाद उन्होंने रिश्ते की बात की और लड़की वाले बनारस गए। मंजीत राज और उसके परिजनों को एक होटल में बुलाकर रिश्ता 20 मई को बनारस के एक होटल में रिश्ता पक्का करते हुए 4.51 लाख रुपए देकर रोका कर दिया।
चार करोड मांगा दहेज,
रिश्ता पक्का होने के बाद आगरा में तीन जून को सगाई होनी थी, शादी के लिए डॉ मंजीत ने चार करोड की दहेज की मांग रखी। इसके बाद रिटायर अधिकारी ने अपने परिजनों को भी आईएएस से बेटी का रिश्ता करने की जानकारी दी, इस पर उन्होंने आईएएस के बारे में जानकारी मांगी कि वह किस बैच का है, इससे पहले कहां कहां रहा है, जिससे उसके बारे में और जानकारी जुटाई जा सके। इसके बाद रिटायर अधिकारी ने मंजीत से उसकी पूर्व की पोस्टिंग और साथी आईएएस अफ़सरों के बारे में पूछा तो वह गुमराह करता रहा।
सगाई से पहले पकडा गया

रविवार रात को फर्ज़ी ईएएस डॉ मंजीत परिवार और दोस्तो को लेकर सगाई करने रिटायर अधिकारी के घर पहुंच गया, उन्होंने पूछताछ की तो डॉ मंजीत जाल में फंसता चला गया, रिटायर अधिकारी ने पुलिस बुला ली, उसे हिरासत में ले लिया।
पुलिस पूछताछ में खुला खेल
पुलिस डॉ मंजीत को थाने ले आई, वह पहले पुलिस को राजनीतिक और आईएएस लॉबी से संबंध बताते हुए गुमराह करने का प्रयास करता रहा। पुलिस के सख्ती दिखाने पर के बाद मंजीत ने कहा कि वह बीएससी है। दिल्ली में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहा था, वह प्री एग्जाम पास कर चुका है लेकिन सिविल सर्विसेज में सफल नहीं हो सका, इसके बाद उसने फर्जी आईएएस अफसर बनकर शादी करके करोड़पति बनने की योजना बनाई।