आगरालीक्स(07 September 2021 Agra News)….फीरोजाबाद में डेंगू और वायरल बुखार से मरने वालों की संख्या 90 पार. जंबो पैक प्लेटलेट्स के लिए आगरा, कानपुर और लखनऊ तक दौड़ रहे तीमारदार. प्लेटलेट्स के लिए मारमारी.
फीरोजाबाद में मरने वालों की संख्या 90 पार पहुंची
आगरा मंडल के जिलों में डेंगू और वायरल बुखार के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अकेले फीरोजाबाद में डेंगू और वायरल बुखार से मरने वालों की संख्या सोमवार रात तक 90 पार कर चुकी है। ऐसे में अपने मरीज को बचाने के लिए प्लेटलेट्स (आरडीपी/जम्बो पैक) के लिए मारामारी बची है। मरीज को बचाने के लिए तीमारदार फीरोजाबाद से आगरा, कानपुर और लखनऊ तक जा रहे हैं। ब्लड बैंकों में होल ब्लड भी नहीं है।
एसएन से फीरोजाबाद जा रहीं प्लेटलेट्स
आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज की ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. नीतू चौहान ने बताया कि पिछले सात दिनों में 285 यूनिट आरडीपी व जंबो पैक सप्लाई की गई है। इनमें सबसे अधिक फीरोजाबाद में भेजी गई है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस संक्रमण काल में अधिक से अधिक लोग रक्तदान के लिए आगे आएं। ताकि मरीजों का जीवन बचाया जा सके।
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दूसरी लहर में जो हाल प्लाज्मा के लिए था, वही अब प्लेट्लेटस के लिए
लोकहितम चेरिटेबल ब्लड बैंक के निदेशक एडवोकेट अखिलेश अग्रवाल ने बताया कि कोरोना की दूसरी लहर के समय जैसे प्लाज्मा की जरूरत पड़ने लगी थी, अब वैसे ही हालात प्लेटलेट्स के लिए बन गए हैं। पिछले पांच दिनों में 245 से अधिक प्लेटलेट्स (आरडीपी/जम्बो पैक) मरीजों के तीमारदारों को दी गई हैं। हर दिन इसकी संख्या बढ़ती जा रही है। ब्लड बैंकों में रक्त तक नहीं है। उन्होंने बताया कि पिछले सात दिन में प्लेटलेट्स की डिमांड में एकदम से काफी इजाफा हुआ है। उनकी कोशिश रहती है कि हर तीमारदार को ब्ल्ड या प्लेटलेट्स मिल जाए।
हर पल आ रहे तीमारदार
रक्तदान के क्षेत्र में काम कर रहे रोहित अग्रवाल ने बताया कि डेंगू से पीडि़त लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। आगरा के अस्पतालों में आस-पास के जनपदों के मरीज भर्ती हैं, जिन्हें लगातार प्लेटलेट्स (आरडीपी/जम्बो पैक) की आवश्यकता पड़ रही है। एक पल भी ऐसा नहीं है, जब ब्लड बैंक में तीमारदार अपने मरीज के लिए न आ रहे हों। उन्होंने बताया कि ऐसे में कई बार जंबो पैक के लिए सेम ब्ल्ड ग्रुप डोनर को तलाशने में काफी मुश्किल हो जाती है। उन्होंने बताया कि आगरा में प्लेटलेट्स उपलब्ध न होने पर तीमरदार अब कानपुर और लखनऊ तक जा रहे हैंं।
पुलिसकर्मी पेश कर रहे मिसाल
प्लेटलेट्स की कमी को पूरा करने के लिए पुलिसकर्मी भी सक्रिय हैं। एडीजी आॅफिस में तैनात सिपाही सुंदर सिंह और जीआरपी में तैनात सिपाही मोहित शर्मा ने प्लेटलेट्स डोनेट कर मरीज की जान बचाई। सुंदर सिंह ने बताया कि वह अब तक कई बार प्लेटलेट्स डोनेट कर चुके हैं। रक्तदान भी किया है। जब भी किसी को जरूरत होती है तो वह तत्काल पहुंच जाते हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने साथी पुलिसकर्मियों को भी इसके लिए प्रेरित किया। वह भी अब नियमित रक्तदान और प्लेटलेट्स डोनेट कर रहे हैं। अभी तीन दिन पहले ही इटावा की मरीज के लिए उन्होंने प्लेटलेट्स दिए।