आगरालीक्स… आगरा में बारिश के बाद बाढ का खतरा है, हथिनीकुंड से छोडे गए चार लाख क्यूसेक पानी से दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, मथुरा और आगरा में बाढ के लिए अलर्ट किया गया है।
हथिनीकुंड से दो बार में तकरीबन साढ़े चार लाख क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा जा चुका है। इससे दिल्ली में यमुना का जलस्तर अब बढ़कर खतरे के निशान को पार कर गया है। दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मथुरा में भी यमुना दोनों किनारों को छूकर चल रही है। ऐसे में दिल्ली से आने वाला और पानी निचले इलाकों व कॉलोनियों के लिए मुसीबत बढ़ाएगा। वराहघाट, कालीदह घाट, सूरजघाट, जुगलघाट, बिहारघाट, केशीघाट मल्लाह वस्ती, जगन्नाथ घाट, हुड़दंग नगर, पानीघाट, श्याम कुटी, तुलसीवन कालोनी, मोरकुटी क्षेत्र, राजपुर खादर आदि क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी कर दिया है। निचले इलाकों के लोगों ने अब सुरक्षित स्थानों पर जाना शुरू कर दिया है।
रविवार की शाम यकायक यमुना के जलस्तर में भारी वृद्धि देखी गई है। केशीघाट की सिर्फ दो सीढ़ियां ही डूबने से बची हैं। वहीं परिक्रमा मार्ग पूरी तरह यमुना के पानी में समा गया है।
नदी का जलस्तर बढ़ने से वृंदावन की ओर तथा यमुना पार के गांवों में कटान शुरु हो रहा है। इससे कई गांवों को खतरा पैदा हो गया है। लोग सहमे हुए हैं। यमुना के पानी में तेज बहाव है।
यमुना पार के गांव पानीगांव और मांट मार्ग के साथ साथ राजपुर के मध्य सड़क तक पानी आ पहुंची है। पानीगांव, मांट खादर और गांव राजपुर खादर में यमुना द्वारा मिट्टी का कटान भी होने लगा है।