
हार्वर्ड की ओर से कहा गया कि ‘इंडिया कॉन्फ्रेंस में मीसा भारत को बतौर दर्शक बुलाया गया था। उन्हें किसी पैनल के वक्ता के तौर पर नहीं बुलाया गया था। इसकी पुष्टि इस बात से की जा सकती है कि उन्होंने कॉन्फ्रेंस में आने के लिए टिकट खरीदा था। उन्हें लेक्चर देने के लिए नहीं बुलाया गया था।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के इस खुलासे के बाद मीसा की काफी फजीहत हो रही है। मीसा ने इससे पहले बयान जारी करके कहा था कि उन्होंने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में ‘नए दौर में भारत की राजनीति और उसमें महिलाओं की भूमिका’ विषय पर व्याख्यान दिया था।
ऑर्गेनाइजिंग कमेटी ने पाया कि मीसा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर कुछ ऐसे फोटो अपलोड किए हैं, जो आपत्तिजनक हैं और गलत छवि पेश कर रहे हैं। इसके बाद हार्वर्ड ने बयान पेश कर कहा कि बतौर दर्शक शामिल हुईं थीं। बताया जा रहा है कि कॉन्फ्रेंस खत्म होने के बाद मीसा मंच पर गईं और तस्वीरें खिंचवाईं। इसके बाद ये तस्वीरें भारतीय अखबारों को यह कहकर जारी कर दी गई कि उन्होंने हार्वर्ड में लेक्चर दिया था।
हार्वर्ड ने इस कॉन्फ्रेंस में वक्ताओं की आधिकारिक सूची जारी की है। इसमें ये वक्ता शामिल थे।
पूर्व आइपीएस अधिकारी किरण बेदी
जेएसडब्ल्यू ग्रुप के चेयरमैन और एमडी सज्जन जिंदल
भारतीय गुणवत्ता परिषद के आदिल जैनुलभाई
वॉकहार्ट के हबील खोड़कीवाला
अभिनेता राहुल बोस
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण
प्रेफेसर तरुण खन्ना
पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन
एडिशनल सॉलीसीटर जनरल नीरज किशन कॉल
ब्लैकस्टोन इंडिया के अखिल गुप्ता
पूर्व राजदूत प्रदीप कुमार
अमेरिकी भारतीय उद्यमी गुरुराज ‘देश’ देशपांडे
अंबुजा सीमेंट के अजय कुमार
पार्था एस घोष एंड एसोसिएट्स के एमडी पार्था घोष
भाजपा नेता राम माधव
टाटा सन्स के आर. गोपालकृष्णन
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