आगरालीक्स…आगरा के श्री कैलाश मंदिर में गूंजा होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया. मेरा भोला है भंडारी पर जमकर नांचे श्रद्धालु…
गुलाल से रंगे चेहरे, फूलों से हुई होली
गुलाल से रंगे श्रद्धालुओं के चेहरे, भोले नाथ के जयकारे और होली की मस्ती। होली के रंग में रसिया की बौछार हुई। तालियों की गड़गड़ाहट के साथ आज बृज में होली रे रसिया। होरी रे रसिया, बरजोरी रे रसिया। तो दूसरी तरफ से जवाब आया अपने अपने घर से निकसी, कोई श्यामल कोई गोरी रे रसिया। आगे सुनिए कौन गावं के कुंवर कन्हिया, कौन गावं राधा गोरी रे रसिया। जवाब भी सुनिए नन्द गांव के कुंवर कन्हिया,बरसाने की राधा गोरी रे रसिया। सोमवार को प्राचीन श्री कैलाश मंदिर में होली मिलन समारोह में गुलाल और फूलों की होली हुई।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत के प्रख्यात शिक्षाविद एवं डॉक्टर भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा के माननीय कुलपति प्रो० विनय कुमार पाठक जी थे, विशिष्ट अतिथि कर तौर पर डॉ. एम पी एस ग्रुप ऑफ इंस्टिट्यूशन के चैयरपर्सन एके सिंह,डॉ. योगेश बिंदल,अमित रावत ज्ञानेंद्र गौतम मौजूद रहे।

कार्यक्रम की शुरुआत में कैलाश मंदिर के महंत गौरव गिरि के सभी अतिथियों को शॉल ओढ़ाकर और पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर विधिवत होली मंगल मिलन समारोह का शुभारंभ किया। सभी ने भगवान कैलाश का अभिषेक और पूजा अर्चना की।
शाम की बेला,यमुना का किनारा और भोले नाथ की शरण। श्री प्राचीन कैलाश मंदिर में होली मिलन समारोह में पहुंचे श्रद्धालु प्रभु भक्ति के रंग में रंग गए। होली गायन हुआ। इसके बाद फूलों की होली हुई। महंत गौरव गिरि ने होली की लीला पर प्रकाश डाला, भक्तों को होली की तरह से जिंदगी के हर रंग को आत्मसात करने के लिए कहा। कहा कि सत्संग से ही प्रभु भक्ति मिलती है और भक्ति के बाद जीवन की नैया पार नहीं हो सकती। महंत चंद्रकांत गिरि ने होली की परंपरा पर प्रकाश डाला तो महंत दिलीप गिरि ने कहा कि होली ही एक ऐसा त्योहार है जहां दुश्मन से भी गले मिलते हैं, यह भाईचारा बढ़ता है। इसके बाद पंडित मनीष शर्मा के भजनों का सिलसिला चलता रहा। मेरा भोला है भंडारी, करे नंदी की सवारी पर भक्त जमकर थिरके। इसके साथ ही ठंडाई वितरण हुआ।श्री बांके बिहारी वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष मदन मोहन शर्मा ने व्यवस्थाओं का संचालन किया। श्रीमती रीना सिंह अतुल तिवारी जयदीप शर्मा पवन वर्मा राजेश मंगल प्रवीण गोयल गुंजन तलवार पंकज गुप्ता आशुतोष श्रोत्रिय शिवराम यादव कुलदीप संजय नकुल सारस्वत दीपक सारस्वत अमित सारस्वत सागर गिरी केशव गोस्वामी मौजूद रहे।