आगरालीक्स ….आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज में निसंतान दंपती आईयूआई से माता पिता बन सकेंगे, निजी अस्पताल में महंगा इलाज नहीं करना पड़ेगा। एसएन में सुविधा हुई शुरू।
एसएन मेडिकल कॉलेज में निसंतान यानी इनफर्टिलिटी से पीड़ित दंपती के इलाज की सुविधा नहीं थी। इन मरीजों को निजी इनफर्टिलिटी और टेस्ट टयूब बेबी सेंटर में महंगा इलाज कराना पड़ रहा था, लेकिन अब यह सुविधा एसएन में भी शुरू हो गई है।
आईयूआई लैब खुली
एसएन में शुक्रवार को प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता और स्त्री रोग विभागध्यक्ष डॉ. सरोज सिंह ने आईयूआई लैब का शुभारंभ किया। आईयूआई लैब में ऐसे दंपती जिनके स्पर्म की क्वालिटी अच्छी न होने के कारण गर्भधारण नहीं हो रहा है। बच्चेदानी के मुंह से संबंधित समस्या है उनका इलाज किया जाएगा और कृत्रिम तरीके से गर्भधारण कराया जाएगा।
इस तरह कराया जाएगा गर्भधारण
निसंतान दंपती के मामले में सबसे पहले आईयूआई जिसे इंट्रायूटराइन इन्सेमिनेशन कहते हैं। इसमें स्पर्म को महिला के गर्भाशय में सीधा डाला जाता है। इसके लिए पुरुष के स्पर्म लिए जाते हैं, इनकी क्वालिटी को लैब में अच्छा किया जाता है जिससे गर्भधारण संभव हो सके और दर्दरहित प्रक्रिया से महिला के गर्भाशय में स्पर्म को डाल दिया जाता है। इससे गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है। एसएन की आईयूआई लैब की प्रभारी डॉ. अनुपाठक और सह प्रभारी डॉ. शिखा सिंह को बनाया गया है। डॉ. रिचा सिंह, डॉ. प्रीति भारद्वाज, डॉ. गौरव शर्मा, डॉ. अखिल प्रताप आदि मौजूद रहे।