शाम पांच बजे गाजियाबाद की महिला व उसका पति डीजीपी मुख्यालय पहुंचे और आरोप लगाया कि 31 दिसंबर, 2014 को गोमतीनगर थाने में दी गई उनकी तहरीर पर मुकदमा नहीं लिखा जा रहा है। उसे न्याय दिलाया जाए। डीजीपी मुख्यालय के अधिकारियों ने पीडि़त को महिला थाने भेज दिया। एसएसपी राजेश पांडेय के मुताबिक पीडि़त महिला के बयान की वीडियोग्र्राफी कराई गई। उसकी तहरीर पर अमिताभ ठाकुर व नूतन ठाकुर के खिलाफ गोमतीनगर थाने में दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया गया है।
उन्होंने बताया कि महिला के बयान को नूतन ठाकुर की ओर से गोमतीनगर थाने में 20 जून को मंत्री गायत्री प्रजापति व महिला आयोग की अध्यक्ष जरीना उस्मानी समेत आठ लोगों के खिलाफ दर्ज मुकदमे की विवेचना में भी शामिल किया जाएगा। एसएसपी का कहना है कि महिला का चिकित्सीय परीक्षण कराया जाएगा।
महिला व उसके पति का आरोप है कि कि 31 दिसंबर, 2014 की रात आठ बजे वे नौकरी के सिलसिले में गोमतीनगर निवासी अमिताभ ठाकुर के घर पहुंचे थे। जहां साक्षात्कार के बहाने नूतन ठाकुर घर के अंदर ले गईं, जहां पहले से कमरे में मौजूद अमिताभ ठाकुर ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। जिसकी उन्होंने एफआइआर करानी चाही, लेकिन पुलिस ने तब कोई कार्रवाई नहीं की थी। महिला आयोग व कोर्ट से न्याय की गुहार लगाई थी। महिला ने बताया कि इस वारदात के करीब एक माह पूर्व गाजियाबाद में एक नेता के जरिए उसकी मुलाकात सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर से हुई थी, जिन्होंने नौकरी के लिए उसे लखनऊ बुलाया था।
इससे पहले आइपीएस अमिताभ ठाकुर ने शुक्रवार को एक आडियो रिकार्डिंग जारी कर मुलायम सिंह यादव पर धमकी देने का आरोप लगाया था। रिकार्डिंग के साथ बातचीत का ब्यौरा जारी किया था। इसी को आधार बनाकर शनिवार सुबह करीब 11 बजे मुलायम के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने हजरतगंज कोतवाली पहुंचे। पुलिस के आना-कानी करने पर उन्होंने धरने पर बैठने की चेतावनी देकर पुलिस से प्रार्थना पत्र रिसीव कराया। इस प्रार्थना पत्र में धमकी की पृष्ठभूमि में कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति व अन्य के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराया जाना बताया गया है।
नूतन की ओर से 20 जून को दर्ज कराई गई एफआइआर में कहा गया है कि उन्हें व उनके आइपीएस पति अमिताभ को दो फर्जी महिलाएं खड़ी कर दुष्कर्म व मारपीट के झूठे मुकदमे में फंसाने का षड्यंत्र किया गया है। इसमें एटा की महिला का पता गलत है, जबकि गाजियाबाद की महिला के अभिलेखों में अलग-अलग हस्ताक्षर हैं। एसएसपी ने बताया कि नूतन ने उस समय तहरीर के साथ गाजियाबाद वाली महिला की ओर से 31 दिसंबर को गोमतीनगर थाने में दी गई तहरीर भी संलग्न की थी।
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