आगरालीक्स.. मोटापे के मामले में भारत तीसरे स्थान पर है, मोटापे से मेटाबॉलिक डिसआर्डर हो रहे हैं। इससे मधुमेह, हृदय रोग के साथ ही हार्ट अटैक और पैरालाइसिस के केस बढ गए हैं। ऐसे में रविवार को मल्टी सुपर स्पेशलिटी जेपी हॉस्पिटल, नोएडा के बैरियाट्रिक एवं मेटोबोलिक सर्जरी विभाग द्वारा आगरा के ताजगंज में परामर्श और जागरूकता की गई।
जीआई एंड हिपेटोपेनक्रिएटिकोबिलियरी विभाग के निदेशक डॉ राजेश कपूर ने कहा कि मोटापे के मामले में विश्व में भारत का तीसरा स्थान है। मोटापा होने पर सामान्य लोगों से 5 गुणा ज्यादा मधुमेह और हृदय रोग होने की आशंका बढ जाती है। इससे कोरोनरी आर्टरी डिजीज, हाई ब्लड प्रेशर, स्ट्रोक और पैरालाइसिस के अटैक से कम उम्र में मौतें हो रही हैं।
50 फीसद मोटापे के शिकार लोगों की उम्र 50 से कम
एम्स की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में इन बीमारियों से ग्रस्त लगभग 50 फीसदी मरीजों की उम्र 50 वर्ष से कम है जो एक दुर्भाग्य की बात है। इसके अतिरिक्त मोटापे से और बहुत सी परेशानियां पैदा हो जाती हैए जैसे. खर्राटे की बीमारी, रक्त में वसा का बढ़ना, जोड़ों का खराब होना, फैटी लिवर व स्त्रियों में बांझपन तथा बहुत अंगों के कैंसर होने की संभावना भी बढ़ जाती है।
डॉ राजेश कपूर ने बताया कि मोटापा और मधुमेह रोग है तो ऐसे मरीजों में बैरियाट्रिक सर्जरी कर मोटापा कम करने के साथ ही मधुमेह का इलाज भी किया जा रहा है। इस सर्जरी से आंत में बनने वाले हार्मोन्स में ऐसे परिवर्तन होते हैं जिससे 80 प्रतिशत लोगों में मधुमेह संबंधित बीमारी को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। 70 प्रतिशत लोगों में रक्तचाप ठीक हो जाती है। कार्डियक वैस्कुलर बीमारी से होने वाली मृत्यु का खतरा 89 प्रतिशत कम हो जाता है। दो तिहाई लोगों में खर्राटे की बीमारी ठीक हो जाती है। मोटापे से संबंधित और समस्याओं से भी निजात मिलता है। जेपी हॉस्पिटल में इस शल्य चिकित्सा के द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय मरीजों को ईलाज सफलतापूर्वक हो रहा है।श्
आगरा में शुरू किए गए सेंटर में प्रत्येक माह के दूसरे एवं चौथे शुक्रवार को जेपी हॉस्पिटल के विश्व प्रसिद्ध चिकित्सकों के परामर्श का लाभ उठा पाएंगे।
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