Outsourcing in the aided secondary schools of the state including Agra speeds up the recruitment process
आगरालीक्स… आगरा सहितप्रदेश के एडेड माध्यमिक स्कूलों में अगले माह सेआउटसोर्सिंग पर कर्मियों को रखने की प्रक्रिया तेज। ब्योरा तलब
तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मियों का ब्योरा मांगा
अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय 15 दिनों के अंदर जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय को अपने यहां तृतीय श्रेणी व चतुर्थ श्रेणी कर्मियों के खाली पदों का ब्योरा मांगा गया। इसके लिए प्रक्रिया तेज हो गई है। एडेड स्कूलों से खाली पदों का ब्योरा मांगा गया है।
मंडलस्तरीय कमेटी करेगी कंपनी का चयन
इसके बाद डीआईओएस, मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय व मंडल स्तर पर गठित कमेटी इन पदों के हिसाब से जिलों के लिए आउटसोर्सिंग कंपनी का चयन करेगी। यह प्रक्रिया महीने भर में पूरी की जाएगी।
स्कूलों में 44 फीसदी पद चल रहे हैं खाली
उत्तर प्रदेश के 4,500 अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों में चतुर्थ श्रेणी के करीब 45 हजार पद हैं। इसमें से 44 प्रतिशत पद खाली चल रहे हैं। इस हिसाब से करीब 22 हजार कर्मचारी रखे जाएंगे। एडेड स्कूलों में महीने भर में मैन पावर उपलब्ध कराने के लिए निर्धरित किए गए टाइम टेबल के अनुसार अधिकारी खाली पदों का ब्योरा लेकर इन पदों पर कर्मियों की तैनाती तक की प्रक्रिया में अगर लापरवाही बरतेंगे तो कार्रवाई की जाएगी।
स्कूलों में इस तरह रखे जाने का नियम
हाईस्कूल स्तर के विद्यालयों में पांच कर्मियों को रखा जाएगा। इंटरमीडिएट कला वर्ग के विद्यालयों में सात कर्मचारी रखे जाएंगे। साहित्य के साथ-साथ अगर विज्ञान वर्ग की पढ़ाई स्कूल में हो रही है तो तीन अतिरिक्त कर्मी यानी 10 कर्मचारी रख सकेंगे। अगर कृषि वर्ग की पढ़ाई कराई जा रही है तो सात कर्मियों के अलावा एक अतिरिक्त कर्मचारी और रख सकेंगे।