आगरालीक्स …कवि गोपालदास नीरज के अंतिम 10 दिन, वे चाहते थे कि उन्हें इंजेक्शन लगा दिया जाए और वे मौत को चूम लें, उन्होंने डीएम अलीगढ को लीथल इंजेक्शन देने के लिए पत्र लिखा था, इस पत्र में उन्होंने लिखा था कि मेरा शरीर बोझ बन गया है और किसी काम नहीं आ सकता है, इसलिए मुझे हॉली इंजेक्शन जिसे लीथल इंजेक्शन कहा जाता है यह लगा दिया जाएगा, जिससे मेरी मौत हो जाए। यह पत्र पर डीएम अलीगढ ने अर्जेंट लिखते हुए सीएमओ को मार्क किया था।
94 साल के कवि गोपालदास नीरज जून 2017 के बाद से कई बार बीमार पडे, उन्हें एम्स में भी भर्ती किया गया। 17 जुलाई को आगरा में नाश्ता करते समय उनकी तबीयत बिगड गई, यहां 30 घंटे उनका इलाज चला, इसके बाद एम्स दिल्ली रेफर कर दिया गया। 19 जुलाई को रात साढे सात बजे कवि गोपालदास नीरज की मौत हो गई। उनकी मौत के बाद से अंतिम यात्रा, देहदान करने से लेकर कई राज सामने आ रहे हैं। इसी बीच एक पत्र भी सामने आया है, यह सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
11 जुलाई को ईच्छा म्रत्यु के लिए लिखा था पत्र
कवि गोपाल दास नीरज के लेटर पेड से 11 जुलाई को जिलाधिकारी, अलीगढ को एक पत्र लिखा गया है, इस पत्र का विषय है।
हेलीडेथ इंजेक्शन के संबंध में
महोदय
कुछ दिनों पूर्व उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि जिन लोगों को शारीरिक पीडा के कारण असमर्थता प्राप्त हो जाती है। वे लोग स्वेच्छता म्रत्यु वरण कर सकते हैं। मेरा स्वास्थ एवे शरीर अब इस योग्य नहीं है कि कुछ भी कर सके, इसलिए जो शरीर मेरे लिए अब बडा बोझ बन गया है उससे मैं मुक्त होना चाहता हूं
अत आपसे निवेदन कर रहा हूं कि मुे स्वेछता म्रत्युवरण करने के लिए हेलीडेथ इंजेक्शन को प्राप्त करवाने की क्रपा करें।
अक्षरश पत्र

अकेले रह रहे थे कवि नीरज
कवि नीरज के शादी यशोदा से हुई थी, उनका बेटा गुंजन हैं, वे आगरा में काफी समय तक डॉ मनोरमा शर्मा के साथ रहे। उनके बेटे बेटी कवि नीरज को पिता और उनके बेटा बेटी कहते हैं। लेकिन अकेले अलीगढ में जनकपुरी, मेरिस रोड स्थित आवास पर रह रहे थे, नौकर उनकी सेवा करते थे।
इंजेक्शन से मौत के लिए दिए जाते हैं तीन इंजेक्शन
इंजेक्शन देकर मौत इयूथेनेशिया के लिए तीन ड्रगा का इस्तेमाल किया जाता है, पहले बेहोश करने के लिए सोडिय थायोपेंटल दी जाती है। इसके बाद शरीर की मसल्स को पैरालाइज करने के लिए पैनकुरोनियम ब्रोमाइड दी जाती है, इससे सांस लेना बंद हो जाता है और इसके बाद पोटेशियम क्लोराइड दिया जाता है, इससे हार्ट काम करना बंद कर देता है और मौत हो जाती है।