आगरालीक्स ….आगरा में दयालबाग में प्रशासन द्वारा सरकारी जमीन बताते हुए गेट और दीवार तोड़ने पर सत्संग सभा ने भेजा 15 लाख रुपये हर्जाने का नोटिस।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आगरा के दयालबाग स्थित मौजा जगनपुरा में 96 करोड़ रुपये की बाजार मूल्य की 10 हेक्टेयर भूमि को लेकर विवाद है। राजस्व रिकॉर्ड में प्रशासन इस जमीन को सरकारी बता रहा है जबकि इस जमीन पर सत्संग सभा का कब्जा है। इस जमीन पर अवैध कब्जे चिन्हित करने के बाद पिछले साल 24 अक्टूबर में प्रशासन की टीम ने पुलिस को साथ लेकर सरकारी जमीन पर बनाए गए गेट और दीवार ध्वस्त कर दी थी। बवाल में 40 लोग घायल हुए थे, इस मामले में हाईकोर्ट ने प्रशासनिक कार्रवाई के आदेश को निरस्त करते हुए दोबारा सुनवाई के आदेश दिए थे। इसके बाद से मामला ठंडे बस्ते में पड1ा हुआ है, जिस जमीन पर प्रशासन द्वारा सरकारी बताया गया उसे सत्संग सभा द्वारा निजी स्वामित्व की जमीन बताते हुए आपत्ति की जा रही है।
निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर भेजा 15 लाख का नोटिस ( Demolish Radhaswami sabha gate )
इस मामले में सत्संग सभा ने सिविल प्रक्रिया की धारा 80 के तहत निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने पर 15 लाख रुपये हर्जाने का नोटिस भेजा है, इसमें डीएम, एसडीएम सदर, तहसीलदार सहित पांच लोगों को पक्षकार बनाया गया है।
थाना न्यू आगरा में पुलिस प्रशासन ने दर्ज कराया था मुकदमा (Agra Radhaswami land issue)
इस मामले में तहसील स्तरीय एंटी भूमाफिया टास्क फोर्स ने राधास्वामी सत्संग सभा के अध्यक्ष गुरु स्वरूप सूद, उपाध्यक्ष प्रेम प्रकाश श्रीवास्तव और अनूप श्रीवास्तव को भू माफिया घोषित करने की संस्तुति डीएमको भेजी थी, साथ ही थाना न्यू आगरा में मुकदमा दर्ज कराया था। तहसीलदार सदर रजनीश वाजपेयी का कहना है कि सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाया गया था, दोबारा मामले की सुनवाई विचारधीन है, नोटिस का जवाब दिया जाएगा।