Rampur valmiki embrace Islam to save their houses
आगरालीक्स…… धर्म क्या है, क्या धर्म हमारी सुरक्षा कर सकता है, हमें खाना और घर दे सकता है। यह सवाल सदियों से चला आ रहा है, यूपी के रामपुर में वाल्मीकि समाज के 80 परिवारों ने मंगलवार को इस्लाम धर्म स्वीकार कर इसका जवाब दे दिया है। ऐसी क्या मजबूरी थी कि इस्लाम धर्म कबूल करना पडा। यह मामला
समाजवादी पार्टी के फायर ब्रांड नेता तथा कैबिनेट मंत्री आजम खां के रामपुर का है। यहां पर वाल्मीकि समाज के 80 परिवार अतिक्रमण अभियान से अपना मकान बचाने के लिए सांकेतिक तौर पर इस्लाम धर्म कबूल कर चुके हैं।
करीब हफ्ते भर पहले नगर पालिका ने वाल्मीकि बस्ती में मकानों पर लाल निशान लगाये थे, जिसका वाल्मीकि समाज विरोध कर रहा है। उन्होंने इसके लिए नगर पालिका के ड्राफ्ट्समैन सिब्ते नबी को जिम्मेदार ठहराया है जिसने कहा था कि इस्लाम धर्म अपनाने पर किसी का भी मकान नहीं गिराया जाएगा।
रामपुर उत्तर प्रदेश सरकार के कद्दावर मंत्री आजम खां का चुनाव क्षेत्र है। बताते चलें बीते सोमवार को वाल्मीकि बस्ती के लोगों के बुलावे पर उन्हें इस्लाम धर्म में शामिल कराने के लिए अमरोहा के मौलाना फुरकान बरेलवी वाल्मिकी बस्ती पहुंचे, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए धर्म परिवर्तन कराने से इनकार कर दिया कि दबाव और लालच के कारण इस्लाम धर्म नहीं अपनाया जा सकता। मजबूर वाल्मीकि परिवारों का कहना है कि पूरी वाल्मीकि बस्ती को पुलिस ने घेर लिया है। किसी भी मुस्लिम धर्म गुरु को नहीं आने दिया जा रहा है। ऐसे में हमे विधिवत इस्लाम धर्म ग्रहण करने की जानकारी नहीं है, लिहाजा सभी ने टोपी पहनकर सांकेतिक तौर पर इस्लाम ग्रहण कर लिया है।