पाकिस्तान व अफगानिस्तान में बने पश्चिमी विक्षोभ के चलते मौसम की चाल बदल गई है। शुक्रवार से रुक-रुक कर बरसात हो रही है। रविवार सुबह फिर से बारिश शुरू हो गई। दोपहर में तेज हवा चलने लगी और आकाश बिजली कड़कने लगी। आकाशीय बिजली से शहर के कई क्षेत्रों में बिजली के उपकरण फुंक गए। शाम को कुछ देर के लिए बारिश थमी और फिर से शुरू हो गई जो देर रात तक जारी रही। बारिश के चलते शहर के अधिकांश बाजारों में सन्नाटा पसरा रहा। फुटपाथ किनारे दुकानें नहीं सजीं। शाम को लोग परिवार के साथ सैर सपाटे के लिए नहीं निकल सके और घरों में ही कैद रहे। पिछले 72 घंटे से रुक-रुक कर बरसात होने से सर्दी फिर से लौट आई है। इससे पूर्व 1935 में कुछ ऐसी ही बरसात हुई थी, जिसके चलते सर्दी वापस लौट आई थी। वहीं पिछले 28 घंटे (शनिवार रात साढ़े आठ से रविवार रात साढ़े 12 बजे) के बीच करीब 18 एमएम बरसात हुई। मार्च में साढ़े छह एमएम औसत वर्षा के मुकाबले अब तक 40 एमएम बारिश हो चुकी है। इस साल अब तक 103 एमएम बरसात हो चुकी है। रविवार को हुई बारिश से नेशनल हाईवे सहित शहर के कई अन्य क्षेत्रों में जलभराव हो गया।
मौसम विभाग के निदेशक डॉ. जेपी गुप्ता ने बताया कि सोमवार को भी बारिश के आसार है। शाम के बाद पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो जाएगा। इससे मंगलवार को धूप निकलेगी।
मंगलवार से भले ही लोगों को बारिश से राहत मिल जाए, लेकिन यह राहत ज्यादा दिनों के लिए नहीं होगी। मौसम विभाग का अनुमान है कि अफगानिस्तान पाकिस्तान पर एक और पश्चिमी विक्षोभ तेजी से बन रहा है। यह विक्षोभ 25 मार्च तक पूरी तरह से बन जाएगा। ऐसे में एक बार फिर से मौसम में तेजी से बदलाव आएगा। मौसम विज्ञानी डॉ. पवन सिसौदिया 26 मार्च से बादल छा जाएंगे और बारिश की उम्मीद है। यह क्रम 30 मार्च तक चलेगा।
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