आगरालीक्स….बच्चे का मुंडन कराने गंगा को जा रहे थे, तालाब में समां गए. लोग बचाने को कूदे लेकिन जो मिला उसकी थमी हुई थी सांसें…7 मासूम और 8 महिलाओं सहित 22 की मौत
सुबह हंसी खुशी ही तो सब निकले थे. बच्चे का मुंडन होने के लिए ट्रैक्टर ट्रॉली गंगा जी जा रही थी. कई लोग तैयार नहीं थे लेकिन जब पता चला कि ट्रेक्टर ट्रॉली जा रही है तो चलते हैं, गंगाजी के दर्शन कर लेंगे, स्नान कर लेंगे. ये लोग थे एटा के गांव कसा के रहने वाले. ट्रैक्टर ट्रॉली में महिलाएं, बच्चों सहित करीब 54 लोग हंसी खुशी जा रहे थे. रास्ते में भजन कीर्तन चल रहा था लेकिन अचानक सारी खुशियां चीखों में बदल गईं.
कासगंज के पटियाली में दरियावगंज की ओर जाते समय ककराला के आदर्श तालाब में यह ट्रैक्टर ट्रॉली पलट गई. अचानक चीखों और चीत्कार की आवाज आने लगीं. घटना को दख वहां मौजूद राहगीर और लोग तालाब की ओर दौड़ पड़े. कुछ पुलिसकर्मी भी वहां पहुंच गए. 10 मिनट के अंदर बचाव कार्य शुरू हो गया. पलटी हुई ट्रॉली को उठाने की कोशिश की गई लेकिन वो नहीं उठी तो अन्य लोग बुलाए गए. ट्रॉली उठने के बाद राहत का कार्य शुरू किया गया.
बचाव में जुटे लोगों का प्रयास था कि वो कुछ जिंदगियों को बचा पाएंगे लेकिन एक के बाद बच्चे, महिलाओं को उठाया तो उनमें से ज्यादातर की सांसें थमी हुई थीं. कुछ लोग ही होश में थे. मौके पर पहुंची एंबुलेंसों से जल्दी सभी को पटियाली स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया. जिसने भी ये नजारा देखा उसके हाथ पैर कांप गए. सभी श्रद्धालुओं को निकाला गया लेकिन इनमें से 7 मासूम बच्चे और 8 महिलाएं सहित 22 लोगों की मौत हो गई. जिस बच्चे का मुंडन कराने जा रहे थे, वो नहीं मिला. तालाब में उसकी काफी तलाश की गई लेकिन शाम तक उसका पता नहीं चल सका. यहां का मंजर खौफनाक था जो कि काफी परेशान करने वाला था.