शुक्रवार को सुबह 11 बजे चिकित्स शिक्षा मंत्री राधेश्याम सिंह को एसएन का निरीक्षण करना था और इसके बाद डॉक्टरों और जूनियर डॉक्टरों के साथ बैठक करनी थी। लेकिन मंत्री एक निजी कार्यक्रम में इटौरा चले गए और दोपहर डेढ बजे एसएन इमरजेंसी पहुंचे। यहां पहले से ही डॉक्टर और मीडिया कर्मी खडे हुए थे। वे उन्हें ट्रॉमा सेंटर में ले गए, ओटी की लाइट का शीशा टूटा होने पर मंत्री का पारा चढ गया।
अरे प्रिंसपल कहां है उन्हें बुलाया
उन्होंने कहा कि कॉलेज के प्रिंसिपल कहां है, पीछे से आवाज आई जी सर, उन्हें भीड में से निकालते हुए कर्मचारी मंत्री के पास लेकर पहुंचे। इमरजेंसी में निरीक्षण कर मंत्री ने गंदगी पर हिदायत दी। इसके बाद चिकित्या शिक्षा मंत्री स्त्री रोग विभाग और उसके बाद बाल रोग विभाग गए। यहां भी गंदगी देख कर भडक गए। उन्होंने रेडियो डायग्नोस्टिक की नई बिल्डिंग देखी।
मंत्री को दिखाई नई बिल्डिंग मांगे दो करोड
इसके बाद प्रिंसिपल डॉ एसके गर्ग मंत्री को नई सर्जरी बिल्डिंग में ले गए, इसे देकर मंत्री के चेहरे का रंग ही बदल गया। उन्होंने कहा कि इस बिल्डिंग का अनवारण मुख्यमंत्री जी से कराइए, इस पर कॉलेज की तरफ से बिल्डिंग के रखरखाव के लिए दो करोड का बजट मांग लिया गया। कुछ देर रुकने के बाद वे चले गए।
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