आगरालीक्स… टी-2- विश्वकप के फाइनल में पाकिस्तान पहुंच चुका है। भारत के आज इंग्लैंड से होने वाले मैच में भारत की जीत की उम्मीद लगाई जा रही है। जानिये भारत के मजबूत और कमजोर पक्ष।
विराट, सूर्या के साथ तेज गेंदबाजी यूनिट हीरो
विश्वकप के सबसे मजबूत पक्ष के रूप में सूर्यकुमार यादव और विराट कोहली उभरे हैं। सूर्या की 3 अर्धशतकीय पारियां पूरी दुनिया की सुर्खियों में हैं। भारत को जीत दिलाने में भी इनकी अहम भूमिका रही।
कोहली दिखा रहे हैं आस्ट्रेलिया में विराट रूप
पूर्व कप्तान विराट कोहली विश्वकप में सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। टी-20 वर्ल्ड कप में सुपर-12 के पहले मुकाबले में विराट ने पाकिस्तान के खिलाफ 53 गेंद में 82* रनों की ऐतिहासिक पारी खेली। नीदरलैंड के खिलाफ मैच में विराट ने 44 गेंद में 62 रन बनाए और आलोचकों के मुंह बंद कर दिए। बांग्लादेश के खिलाफ 44 गेंद 64* रन के साथ कोहली नाबाद रहे।
तेज गेंदबाजी से अर्श पर
टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी इस विश्वकप में कमाल की रही है। अर्शदीप सिंह और मोहम्मद शमी के साथ-साथ भुवनेश्वर कुमार ने भी टूर्नामेंट में शानदार गेंदबाजी की है।
ओपनिंग जोड़ी और स्पिन गेंदबाजी चिंता का विषय
भारत की कमजोर कड़ी में टीम इंडिया की तीन कमजोरी निकल कर सामने आई है। ये हैं ओपनिंग जोड़ी, स्पिन बॉलिंग और खराब फील्डिंग। दोनों ओपनर्स एक बार भी 50 रन की साझेदारी नहीं कर पाए।
अक्षर और अश्विन ने खूब रन लुटाए हैं
भारतीय टीम की स्पिन बॉलिंग इस वर्ल्ड कप में खराब रही है। अक्षर पटेल को पाकिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ एक भी विकेट नहीं मिला। जिम्बाब्वे के खिलाफ उन्होंने 40 रन लुटा दिए। अश्विन भी इस वर्ल्ड कप में कुछ खास नहीं कर सके हैं। पाकिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। साउथ अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने 4 ओवर में 43 रन दे दिए थे। ऐसे में उनकी जगह युजवेंद्र चहल को मौका दिया जा सकता है। विकेटकीपर के रूप में पंत को मौका मिल सकता है।