जगदीशपुरा के आवास विकास कॉलोनी सेक्टर चार स्थित लक्ष्मी मेमोरियल कॉन्वेंट स्कूल में संचालक दीपक गौतम ने शनिवार को मस्ती की पार्टी की। इस दौरान पड़ोसी महिला दुकानदार से अभद्रता के बाद पुलिस ने स्कूल संचालक, दूधिया पप्पू चौहान और एक युवती को हिरासत में ले लिया था। मौके पर पुलिस को दोनों पुलिसकर्मी भी मिले थे। पार्टी में दोनों के शामिल होने के सुबूत भी मिल गए, मगर कार्रवाई सिर्फ स्कूल संचालक और दूधिया के खिलाफ ही हुई। पुलिस ने दुकानदार की तहरीर पर दीपक गौतम, पप्पू चौहान और पुलिस कर्मियों के खिलाफ अश्लील हरकतें करने, छेड़छाड़ और धमकी देने में मुकदमा दर्ज कर लिया। स्कूल संचालक और दूधिया को जेल भेज दिया, लेकिन सिपाहियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
फोटो से पुलिस कर्मियों की पहचान होने के बाद जगदीशपुरा थाने के मुंशी सत्येंद्र और सिपाही विपिन को निलंबित कर पुलिस अधिकारियों ने दिखावे की कार्रवाई कर दी। इसको लेकर कॉलोनी वालों में आक्रोश है। सीओ लोहामंडी सलमान ताज पाटिल ने बताया कि दोनों पुलिसकर्मी निलंबित कर दिए हैं। मुकदमे में उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दुकानदार द्वारा दी गई तहरीर में पुलिस कर्मियों के नाम नहीं खोले गए, क्योंकि स्थानीय लोगों को इसकी जानकारी नहीं थी। तहरीर के मुताबिक लिखी गई एफआइआर में पुलिस ने दरोगा आशीष पांडे का नाम खोल दिया। एक अज्ञात पुलिसकर्मी को भी रखा गया। हालांकि इस नाम का कोई दरोगा जगदीशपुरा में नहीं है। पुलिस ने इसीलिए चालाकी से इसमें नाम लिख लिया। अब जब साफ हो गया है कि मुंशी सत्येंद्र और सिपाही विपिन घटना में शामिल हैं, तो दोनों को जांच में शामिल कर उन्हें जेल क्यों नहीं भेजा जा रहा है।
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