
सतीश कुमार सिंह ने आगरा व अन्य स्थानों पर अनिल यादव के खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों के ब्यौरे के साथ हलफनामा दाखिल किया था और आपत्ति की थी आपराधिक मामलों के बावजूद उन्हें कैसे आयोग का अध्यक्ष नियुक्त कर लिया गया। गुरुवार को सुनवाई के दौरान अनिल यादव के हलफनामे में बताया गया कि जो आपराधिक मामले बताए जा रहे हैं, वे छात्र जीवन में राजनीतिक विद्वेषवश कायम किए गए थे। इसमें से अधिकांश मुकदमे आगरा में दर्ज हुए हैं। ये सभी मुकदमे समाप्त हो चुके हैं। कोर्ट ने प्रदेश सरकार से हलफनामा मांगा है कि यादव के खिलाफ कितने आपराधिक मुकदमे कायम किए गए। किस प्रकृति के मुकदमे थे तथा इनकी क्या स्थिति है। यह आदेश मुख्य न्यायाधीश डॉ. डीवाई चंद्रचूड़ तथा न्यायमूर्ति यशवंत वर्मा की खण्डपीठ ने दिए हैं। कोर्ट ने अध्यक्ष पद की चयन प्रक्रिया का ब्यौरा भी अदालत में रखने का आदेश दिया।
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