Whatsapp refuse to give information regarding BJP Agra president letter to Agra Police
आगरालीक्स.. आगरा में भाजपा के महानगर और जिलाध्यक्ष बदलने का पत्र वाटस एप पर वायरल हुआ था, साइबर सेल ने पत्र वायरल करने वाले का पता लगाने के लिए वाटस एप से संपर्क किया था लेकिन वाटस एप के कार्यालय द्वारा पत्र कहां से अपलोड किया गया, यह पता करने का सिस्टम ना होने की बात कहते हुए हाथ खडे कर दिए हैं।
इसी साल 14 अक्टूबर को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडे के हस्ताक्षर वाला पत्र सोशल साइट पर वायरल होने लगा। इसमें महानगर अध्यक्ष विजय शिवहरे की जगह अश्वनी वशिष्ट और जिलाध्यक्ष के पद पर श्याम भदौरिया की जगह प्रशांत पौनिया को बनाने के आदेश थे, पत्र वायरल होने के बाद खलबली मच गई।
साइबर सेल कर रही जांच
इस मामले में भाजपा नेताओं ने एसएसपी अमित पाठक से वायरल पत्र की जांच की मांग की थी, उनके निर्देश पर साइबर सेल मामले की जांच कर रही है। साइबर सेल ने मेल के माध्यम से वाटस एप और फेसबुक को ईमेल भेजकर यह जानकारी मांगी थी कि यह पत्र किसके द्वारा सबसे पहले अपलोड किया गया। वाटस एप के कैलीफोर्निया स्थित कार्यालय का जवाब आ गया है, इसमें उन्होंने स्पष्ट किया है कि अभी तक ऐसा कोई तरीका वाटस एप के पास नहीं है जिससे यह पता चल सके कि यह पत्र सबसे पहले किसने अपलोड किया था।
दिल्ली में सर्वर लगाने पर चल रही बात
आगरा के साइबर सेल प्रभारी अमित कुमार ने मीडिया को बताया कि वाटस एप और फेसबुक पर नजर रखने के लिए केंद्र सरकार के स्तर से दिल्ली में सर्वर लगाने पर बात चल रही है, इसके बाद भी सोशल मीडिया पर नजर रखी जा सकेगी, साथ ही किस स्तर से पहली पोस्ट अपलोड की गई है, यह पता चल सकेगा।