नईदिल्लीलीक्स (09th October 2021)… दिल्ली में दो दिन बाद छा जाएगा अंधेरा. जानिए पूरा मामला.
कोयले की आपूर्ति नहीं हो रही
अगर कोयले की आपूर्ति जल्दी नही की गई तो दो दिन बाद देश की राजधानी दिल्ली अंधेरे में डूब जाएगी। दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सतेंद्र जैन ने चेतावनी दी है कि जैसे आक्सीजन का संकट पैदा हुआ था, जो मानव निर्मित था। वैसा ही संकट दिल्ली में फिर हो सकता है, यदि कोयले की सप्लाई जल्द नहीं की गई।
एक दिन का बचा है स्टॉक
सतेंद्र जैन ने बताया कि देशभर में कोयले से चलने वाले जितने भी बिजलीघर हैं, वहां कोयले की बहुत किल्लत है। दिल्ली को जिन बिजलीघरों से आपूर्ति होती है, उन सभी को कम से कम एक महीने का कोयले का स्टॉक रखना होता है लेकिन इस समय इन सभी बिजलीघरों के पास महज एक दिन के लिए कोयला बचा है।
केंद्र सरकार से अपील
ऊर्जा मंत्री ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह वैगन का इंतजाम करें, ताकि कोयला जल्द ही बिजलीघरों तक पहुंचाया जा सके। ये बिजलीघर पहले ही 55 फीसदी क्षमता के साथ चल रहे हैं। इस समय 3.4 लाख मेगावाट की जगह महज एक लाख मेगावाट की मांग रह गई है। इसके बाद भी पावर सप्लाई नहीं हो पा रही है।
संकट पैदा करने की राजनीति चल रही
सतेंद्र जैन ने यह भी बताया कि हमारे हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्लांट की क्षमता भी 45 हजार मेगावाट से घटकर 30 हजार मेगावाट रह गई है। दिल्ली सरकार चाहती है कि पीक आवर में यहां 45 हजार मेगावाट का उत्पादन हो। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह मानवजनित संकट है। अगर ऐसी ही राजनीति चलती रही कि संकट पैदा करो, तो लगेगा कि कुछ बड़ा काम किया है। जैसे आक्सीजन का संकट पैदा हुआ था। वह भी मानव निर्मित था। फिर से वैसा ही संकट नजर आ रहा है कि कोयले की सप्लाई बंद कर दें।