आगरालीक्स…आगरा के शीरोज कैफे में रोटरी क्लब आफ आगरा ने एसिड अटैक सर्वाइवर्स के साथ मनाया नया साल. कठिनाइयों और प्रेरक कहानियों को जाना
रोटरी क्लब ऑफ आगरा के सदस्य नए साल के जश्न के साथ एक विशेष संदेश लेकर ताजगंज स्थित शिरोज़ कैफे पहुंचे। इस अवसर पर उन्होंने एसिड अटैक सर्वाइवर्स के साथ समय बिताया, उनकी जीवन की कठिनाइयों और प्रेरक कहानियों को जाना। शिरोज़ कैफे की रूपा, रुकैया, गीता और नीतू जैसी बहादुर महिलाओं की कहानियों ने सभी को गहराई से झकझोर दिया।
कार्यक्रम के दौरान शिरोज़ कैफे द्वारा तैयार की गई एक डॉक्युमेंट्री भी प्रदर्शित की गई, जिसने वहां उपस्थित सभी लोगों को भावुक कर दिया। क्लब अध्यक्ष रोटेरियन नम्रता पणिकर ने कहा, “प्रत्येक एसिड अटैक सर्वाइवर की कहानी दर्दनाक है, लेकिन उनकी संघर्षशीलता और सम्मानपूर्वक जीवन जीने की दृढ़ता सचमुच प्रेरणादायक है।” उन्होंने शिरोज़ कैफे को भरोसा दिलाया कि क्लब नियमित रूप से इस पहल को समर्थन देगा और अन्य लोगों को भी प्रोत्साहित करेगा कि वे कम से कम महीने में एक बार शिरोज़ कैफे जरूर आएं, ताकि यहां काम करने वाले सभी सदस्यों को आर्थिक कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
पूर्व अध्यक्ष रोटेरियन राजीव लोचन भारद्वाज ने शिरोज़ कैफे में काम कर रही महिलाओं की आत्मनिर्भरता की सराहना की। उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि किसी भी महिला को व्यक्तिगत जीवन में किसी सहायता की आवश्यकता हो, तो वे निस्संकोच रोटरी क्लब ऑफ आगरा से संपर्क कर सकती हैं।
शिरोज़ कैफे के सदस्य, रोटरी क्लब के सदस्यों से मिलकर और नए साल के उपहार पाकर बेहद प्रसन्न थे। इस अवसर पर रोटेरियन संजय कालरा, रोटेरियन राज मित्तल, रोटेरियन सृष्टि जैन, रोटेरियन जितेंद्र जैन, रोटेरियन शालिनी अग्रवाल, रोटेरियन इंजीनियर आशीष अग्रवाल, रोटेरियन अमित सिसोदिया, रोटेरियन ज्योति मित्तल, सुनैना कालरा, और रोटेरियन मनोज आर. कुमार सहित कई गणमान्य सदस्य उपस्थित रहे। रोटरी क्लब ऑफ आगरा का यह प्रयास न केवल एक नई शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि समाज में समानता और सशक्तिकरण का संदेश भी देता है।