आगरालीक्स…(28 May 2021 Agra) आगरा में कोचिंग सेंटर्स डेढ़ साल से बंद पड़े हैं. अधिकतर सेंटर्स किराए पर. बोले मानवता के लिए किया जाए ये काम…
आगरा जिले के 200 से अधिक कोचिंग सेन्टर
कोरोना माहमारी के कारण डेढ वर्ष से आगरा जिले के लगभग 200 कोचिंग सेन्टर बंद पड़े हैं। शहरी क्षेत्र में ही लगभग 90 कोचिंग सेन्टर हैं। इनमें से ज्यादातर किराए के भवनों में चल रहे हैं। शुक्रवार को आगरा प्रोग्रेसिव टीचर्स एसोसिएशन (आप्टा) ने कोचिंग संचालकों की समस्या को ध्यान में रखते हुए वेबिनार का आयोजन किया। जिसमें कोचिंग सेन्टरों के भवन मालिकों से किराया मांफी की मांग की गई। साथ ही मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में अपनी समस्याओं के निवारण के लिए मांग की गई है।
आप्टा ने की किराया माफी की मांग
आप्टा के संस्थापक व संयोजक डॉ. सुनील उपाध्याय ने बताया कि 2020 मार्च से अब तक कोचिंग सेन्टर पूर्ण रूप से बंद पड़े हैं, जबकि प्रतिमाह कोचिंग सेन्टर संचालकों को बिजली का बिल व सिक्योरिटी गार्ड की तनख्वाह भी देनी पड़ रही है। ऐसी विषम परिस्थिति में भवन स्वामी किराया देने के लिए दबाव बना रहे हैं। कोचिंग सेन्टर के भवन मालिकों को किराया मांफ करते हुए मानवता का परिचय देना चाहिए। वर्तमान में जो स्थिति है, उसमें कोचिंग संचालकों व शिक्षकों का अपना घर परिवार चलाना भी मुश्किल हो रहा है। सरकार से बिजली का प्रयोग न करने की स्थिति में फिक्स्ड चार्ज मांफ करने की भी मांग की गई।
ये रहे शामिल
वेबिनार में मुख्य रूप से संस्थापक व संयोजक, डॉ. सुनील उपाध्याय, अध्यक्ष डॉ. मोहित दीक्षित, कोषाध्यक्ष अंकुर जैन, दीपक धनवानी, अभिनव वशिष्ठ, उपेन्द्र पांडे, अवनीश शर्मा, हरीश चौधरी, मुकेश मीरचंदानी, अनिल रजवानी, सत्यवीर सिसोदिया आदि उपस्थित थे.