एक बार फिर से शिव मंदिर को तोडकर ताजमहल बनाए जाने का मामला सुर्खियों में है। इस बार आरएसएस से जुडे वकीलों ने ताजमहल परिसर की मस्जिद की खुदाई कराने और ताजमहल को शिव मंदिर घोषित करने के लिए आगरा के सिविल कोर्ट में बुधवार को याचिका दायर की गई है। यह याचिका हरीशकर जैन सहित छह वकीलों की ओर से राजेश कुलश्रेष्ठ ने दायर की है। इसे सिविल कोर्ट ने ख़ारिज कर दिया है. अब इलाहबाद हाईकोर्ट में वकील याचिका दायर करेंगे. राजेश कुलश्रेष्ठ का कहना हाई की अग्रस्वर महादेव मंदिर की जगह ताज महल बनाया गया है. इसके सबूत भी है. इसे हिन्दुओं को सौप दिया जाना चाहिए.
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