आगरालीक्स ….आगरा में बुखार के मरीजों की संख्या कम नहीं हो रही है, सांस की बीमारियों से पीड़ित मरीज खांसते खांसते परेशान हैं, जानें क्या हैं कारण।
आगरा में प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है, नमी के कारण हवा में घुले प्रदूषक तत्वों के साथ ही रसायन निचली सतह पर आ गए हैं। इससे सांस लेने पर प्रदूषक तत्व सांस की नसों में पहुंच रहे हैं ओर परेशानी कर रहे हैं। इसमें से कुछ प्रदूषण तत्व, जिनके आकार छोटे हैं वे सीधे फेंफड़े तक पहुंच रहे हैं। इस मौसम में सांस की बीमारी वाले मरीज प्रदूषण वाली जगह पर रहते हैं तो उनकी सांस उखड़ सकती है, कई बार आक्सीजन लगाने की भी जरूरत पड़ सकती है।
तबीयत बिगड़ने पर करा लें जांच
एसएन मेडिकल कॉलेज के टीबी एंड चेस्ट डिपार्टमेंट के डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह का कहना है कि इस मौसम में सांस रोगियों की परेशानी बढ़ती है। सांस उखड़ने लगती है तो अपने डॉक्टर को जरूर दिखा लें, अधिकांश मामलों में दवाओं की डोज बढ़ाने से ही मरीज को राहत मिल जाती है। कुछ ही केस में आक्सीजन की जरूरत होती है।