आगरालीक्स…आगरा में चौथे ग्लोबल ताज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का भव्य शुभारंभ हुआ. माता साहिब कौर की जीवनी पर बनी फिल्म सुप्रीम मदरहूद बनी ओपनिंग फिल्म।
आज से प्रारंभ हुए gtiff 2022 के पहले दिन की शुरुआत आज सुबह जेपी सभागार खंदारी कैंपस में माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करके हुई।
माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित करने वाले अतिथियों में विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल, प्रो. अजय तनेजा, एमपीएस ग्रुप आफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन स्क्वाड्रन लीडर एके सिंह, आईटीएचएम के निदेशक प्रो. यूएन शुक्ला, विफपा, मुंबई के महासचिव दिलीप दलवी, फ्रांस एक्ट्रेस मिस मरीन बोर्गो, अभिनेता उमेश बाजपाई, इतालियन फिल्मकार डेमेट्रो कैसिले, रंजीत सामा(सदस्य संगीत नाटक अकादमी यू पी)फेस्टिवल पैट्रन, सूरज तिवारी फेस्टिवल डायरेक्टर आदि रहे.
इस से पहले सत्र में फिल्ममेकर, डेलिगेट्स आदि ने रजिस्ट्रेशन कर अपना अपना शेड्यूल प्राप्त किए। मंचाशीन अतिथियों का माल,पटका एवं मोमेंटो देकर स्वागत किया गया. फेस्टिवल पैट्रन रंजीत सामा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए इस आयोजन को शहर के नए उद्योग की ज़रूरत बताया, वहीं फेस्टिवल डायरेक्टर सूरज तिवारी नें ये भरोसा जताया कि फेस्टिवल के माध्यम से आगरा में कई शूटिंग बढ़ रहीं हैं जिस से लोगों को काम मिलेगा, साथ ही यहाँ फेस्टिवल के माध्यम से नए लोगों के आने से आगे भी बहुत लोगों को काम मिलेगा.
प्रो. अजय तनेजा ने अपने विचार में कहा कि इस इंडस्ट्री को सही तरह से शिक्षा से जोड़ने की ज़रूरत है, जिस से हमे अच्छी कहानियां देखने एवं सुनने को मिलेंगीं।
विफपा मुम्बई के महासचिव दिलीप दलवी ने कहा कि मुम्बई की तरह यहाँ भी स्टूडियोज बनें, लैब्स बने, और एक एसोसिएशन भी जिस से कोई गलत बेवकूफ ना बन सके. स्क्वाड्रन लीडर एके सिंह ने कहा कि ये एक ऐसे कला की साधना की इंडस्ट्री है जो सही तरीकों से काम करने पर एक पहचान तो बनाती ही है, साथ ही आर्थिक रूप से भी ताकत देती है और रोजगार देती है. फ्रांस से आई मरीन बोर्गो ने इंडिया में लोकेशन को सुखद बताया पर यहाँ अनुमति आदि को बड़ा दर्दभरा बताया. मुम्बई से आये प्रसिद्ध अभिनेता उमेश बाजपाई ने बताया कि इस तरह के फेस्टिवल ऐसे छोटे शहरों में एक आवाज़ का काम करते हैं और लोगों को किसी न किसी माध्यम से काम दिलाते हैं.
ऐसे ही इतालियन फिल्मकार डेमेट्रियो कैसिले ने कहा कि मैं अपनी फिल्म को यहाँ स्क्रीन करने लाया हूँ, इंडिया फ़िल्म का बहुत बड़ा मार्केट है, मेरी फिल्म हिंदी में डब हो रही है फिर में भी इंडियन में इसको रिलीस करूंगा। विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल ने बताया कि ऐसे आयोजनों से शहर का मान बढ़ता है, और निस्चित ही एक नई इंडस्ट्री का विकास होता है. उदघाटन सत्र के बाद सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में जिविशा गिडवानी ने क्लासिकल नृत्य प्रस्तुति से अपने आप दर्शकों को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया.
ओपनिंग फ़िल्म
अब बारी थी माता साहिब कौर की जीवनी पर बनी फिल्म ” सुप्रीम मदरहुड” की ,गुरु गोविंद सिंह की पत्नी पर बनी ये फ़िल्म कमाल है, जिसको ज़ी स्टूडियोज एवं निहाल प्रोडक्शन ने बनाया है, निर्देशक डॉ करण दीप सिंह हैं।फ़िल्म पंजाब के फरीदकोट से आई है. फ़िल्म को देश दुनियां में भारी सफलता भी मिली है. आज की फ़िल्म की स्क्रीनिंग में मुख्य जनों में गुरु का ताल से बाबा अमरीक जी, महेंद्र पाल, जी एस सेठी, रंगला पंजाब से रानी सिंह के साथ साथ बंटी ग्रोवर आदि मुख्य जन थे.
कार्यक्रम आरोही इवेंट्स संभाल रहे हैं, आज के फेस्टिवल में मुख्य जनों में निर्मल गिरी, योगेश पूरी,हरपाल सिंह,महेंद्र पल, अमित तिवारी ,सामाजिक संस्थाओं के साथ साथ शहर के लोग उपस्थित थे। फेस्टिवल डायरेक्टर सूरज तिवारी ने धन्यवाद देते हुए बताया कि कल 12 नवंबर को पूरे दिन देश विदेश की कई फिल्में स्क्रीन होंगीं.