आगरालीक्स …..आगरा में डॉक्टर को दिखाने जा रहे 10 प्रतिशत मरीजों की टीबी की स्क्रीनिंग की जा रही है, जिससे टीबी का पता चल सके और इलाज शुरू कराया जा सके।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए जनपद में विभिन्न प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में दिसंबर 2022 से हर माह की 15 तारीख को एकीकृत निक्षय दिवस जनपद के 215 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, 53 डेजिग्नेटेड माइक्रोस्कोपी सेंटर (डीएमसी), 26 टीबी यूनिट, 44 प्राइमरी हेल्थ इंस्टीट्यूट (पीएचआई) और 30 अर्बन पीएचसी पर मनाया जा रहा हैँ। निक्षय दिवस पर ओपीडी में आने वाले दस प्रतिशत मरीजों की टीबी स्क्रीनिंग की जाती है। इसके साथ ही टीबी के प्रति लोगों को जागरुक किया जाता है। दिवस से पूर्व से ही आशा द्वारा घर-घर भ्रमण कर समुदाय से संवाद कायम कर जागरुकता फैलाई जाती है। आशा भ्रमण के दौरान संभावित मरीजों को चिन्हित तथा सूचीबद्ध कर अस्पतालों तक लाया जाता है, जिसका टीबी स्क्रीनिंग के बाद बलगम का नमूना लिया जाता है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सीएल ने बताया कि दिसंबर 2022 से शुरू होने वाले एकीकृत निक्षय दिवस में अब तक लगभग 30000 लोगों ने अपनी टीबी की स्क्रीनिंग कराई है। इनमें से 450 संभावित रोगियों के सैंपल लिए गए और 325 मरीजों के स्पुटम की जांच की गई। इनमें से 83 मरीजों में टीबी की पुष्टि हुई है। जनवरी 2023 से अब तक पब्लिक सेक्टर में 5750 और प्राइवेट सेक्टर में 6015 टीबी मरीज खोजे जा चुके हैं। अब तक जनपद में कुल 11765 टीबी मरीजों का उपचार किया जा रहा है। इनमें से 315 निक्षय मित्रों द्वारा 10750 टीबी रोगियों को गोद लिया जा चुका है।
जिला पीपीएम समन्वयक अरविंद यादव ने बताया कि यदि लगातार दो हफ्तों से ज्यादा खांसी, खांसी के साथ खून का आना, छाती में दर्द और सांस का फूलना, वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस करना, शाम को बुखार आना जैसे लक्षण हैं तो अपनी जांच अवश्य करवाएं।