आगरालीक्स…हर साल 80 हजार लोग ब्लड कैंसर से हो रहे ग्रसित. लक्षणों को किया जाता है नजरअंदाज. आगरा के एसएन में इसके नवीन इलाज के बारे में दी जानकारी
सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के रेडिएशन ऑनकोलॉजी विभाग एवं मेडिसिन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में हीमेटोऑनकोलॉजी विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में संकाय सदस्यों, पीजी एवं एमबीबीएस के छात्र एवं छात्राओं ने भाग लिया। गोष्ठी का प्रमुख उद्देश्य रक्त जनित कैंसर के बारे में एवं इसके नवीनतम इलाज के विषय में सभी को अवगत कराना था। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एस०एन० मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉक्टर प्रशांत गुप्ता द्वारा दीप प्रज्जवलन कर किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्राचार्य डॉ प्रशांत गुप्ता ने तेज़ी से प्रतिवर्ष बढ़ रहे ब्लड कैंसर के बारे में चिता व्यक्त की। उन्होंने बताया कि २ वर्ष से 80 वर्ष के मध्य तक के लोगों को ब्लड कैंसर होता है। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष 80 हजार लोग ब्लड कैंसर से ग्रसित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि ब्लड कैंसर के लक्षण ज्यादातर नजरंदाज कर दिये जाते है, अतः विषय विशेषज्ञों द्वारा इस बीमारी को कैसे प्रारंभिक अवस्था में पता लगा सके इसके बारे में हर फिजिशियन को जागरूक करना चाहिए। इसके अलावा आम लोग इसके लक्षणों को कैसे पहचाने इसके बारे में भी आम जनता के लिये अवेयरनेस कार्यक्रम करवाने की आवयश्कता है।
कार्यक्रम में हिमेटोलॉजिस्टि डॉक्टर रोहित मंगल ने CBC रिपोर्ट में एब्जॉर्मलिटी को कैसे पहचाने एवं उसकी उचिल डायग्नोसिस कैसे करते है इस बारे में प्रकाश डाला। कैंसर सर्जन डॉक्टर सुरेंद्र राजावत ने गर्दन में गाँठ होने पर उसकी कौन-कौन सी जाँच करवानी चाहिए एवं किस प्रकार उसका इलाज होना चाहिए इस विषय पर व्याख्यान दिया। रेडियोथेरेपी विभागाध्यक्ष डॉ सुरभि गुप्ता ने रेडियोथेरेपी के सिस्टमेटिक असर के बारे में व्याख्यान दिया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार रेडियोथेरेपी एवं इम्युनोथेरेपी को एक साथ कॉम्बिनेशन में देकर ब्लड कैंसर का इलाज किया जाता है। आजकल प्रयोग में लायी जा रही cart थेरेपी के बारे में भी प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम में कुछ कॉम्प्लिकेटेड केस पर भी मंथन हुआ।
कार्यक्रम में वाईस प्रिंसिपल डॉ टी पी सिंह, ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार, मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ मृदुल चतुर्वेदी, डॉ अखिल प्रताप सिंह, डॉ मनीष बंसल, डॉ तबस्सुम समानी, डॉ पूजा अग्रवाल, डॉ नीतू चौहान चैयरपर्सन की भूमिका में रहे। डॉ रुपाली, डॉ प्रभात अग्रवाल, डॉ अपराजिता, डॉ प्रीति भारद्वाज, डॉ नेहा आज़ाद, मोहिनी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ ऐशना, डॉ ज़रीन डॉ विकास गुप्ता एवं डॉ कमल द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ मृदुल चतुर्वेदी द्वारा दिया गया।