Agra News: Successful operation in Malhotra Nursing and Maternity Home, 19 rasauli removed from woman’s stomach…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में महिला के पेट से एक साथ निकालीं 19 रसौली. महिला के यूट्रस और उसके आस-पास चिपकी हुई थीं. मल्होत्रा नर्सिंग एंड मैटरनिटी होम में हुआ सफल आपरेशन
रामपुर की रहने वाली एक महिला के पेट से आगरा में डाॅक्टरों ने एक के बाद एक 19 रसौली निकाली हैं। यह महिला 26 साल की है और बीते कई सालों से पेट में दो से लेकर 12 सेमी. तक आकार वालीं इन गांठों को अपने पेट में लेकर घूम रही थी। महिला के पेट से यह गांठ निकालने का आॅपरेशन आगरा के नाई की मंडी स्थित मल्होत्रा नर्सिंग एंड मैटरनिटी होम में किया गया। यह गांठें महिला के यूट्रस और उसके आस-पास चिपकी हुई थीं।
महिला के परिवारीजनों के मुताबिक पिछले कई सालों से उसके पेट में रह-रहकर दर्द उठता था। पेन किलर से बंद हो जाता था। बस इसी को नजर अंदाज करना भारी पड़ा। पिछले दिनों दर्द बंद न होने पर रामपुर के ही एक अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ को दिखाया। अल्ट्रासाउंड कराने पर कई गांठें दिखीं। आॅपरेशन की जटिलता को देखते हुए आगरा में मल्होत्रा नर्सिंग एंड मैटरनिटी होम जाने की सलाह दी गई। परिवारीजन महिला को यहां लेकर पहुंचे तो शुक्रवार को वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डाॅ. नरेंद्र मल्होत्रा, डाॅ. नीहारिका मल्होत्रा और डाॅ. सरिता दीक्षित की टीम ने लगभग दो घंटे की इस जटिल आॅपरेशन को सफल अंजाम दिया। महिला रोगी अब पूरी तरह स्वस्थ है और जल्द उसे अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जाएगा।
डाॅ. नीहारिका मल्होत्रा ने बताया कि सबसे बड़ी गांठ 14 सेमी की जबकि सबसे छोटी 02 सेमी की थी। सभी गांठों को मिलाकर वजन 1.45 किलोग्राम था। यह एक जटिल मामला था। इसमें कोई संदेह नहीं कि महिला को नया जीवन मिला है। रसौली की वजह से कई गम्भीर समस्याएं जैसे पीरियड्स के समय दर्द या अत्यधिक ब्लीडिंग होना, यूरिन या मोशन के समय दर्द, पेट मे हमेशा भारीपन यहां तक कि बांझपन या गर्भपात भी हो सकते हैं। मल्होत्रा नर्सिंग एंड मैटरनिटी होम इस तरह की समस्याओं के उपचार का श्रेष्ठ केंद्र है। डाॅ. सरिता दीक्षित ने बताया कि पेट में होने वाले दर्द को नजर अंदाज करने की वजह से महिला की जान पर बन आई। डाॅक्टर से संपर्क न करने के कारण पेट में फाइब्राॅयड्स का पता ही नहीं लगा, क्यांेकि कभी जांचें नहीं हुईं।