आगरालीक्स…नवजात बच्चे के लिए स्तनपान से अच्छा टॉनिक कुछ भी नहीं. बच्चे को स्तनपान कराते समय इन बातों का रखना चाहिए ध्यान…Agra के नवदीप हॉस्पिटल में हुई स्तनपान सप्ताह के तहत कार्यशाला
समय पूर्व जन्मे बच्चों को मां का प्रीमेच्योर मिल्क बचाता है। इसमें प्रोटीन, आयरन, कैल्शियम और इम्यूनोग्लोबुलिंस अधिक मात्रा में होते हैं। प्रसव के बाद और जब स्तनपान बंद होता है तब तक कई बार दूध की तासीर बदलती है। इसलिए स्तनपान जरूरी कराएं। रविवार को नवदीप हास्पिटल साकेत कालोनी में स्तनपान सप्ताह के तहत आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं को जागरूक किया गया।
नवदीप हास्पिटल, साकेत कालोनी की निदेशक वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. अनुपमा शर्मा ने बताया कि स्तनपान कुदरत का बनाया हुआ तरीका है जिससे बच्चे को जो आहार है जिस मात्रा में और जितना होना चाहिए और उसमें जितनी विटामिंस और मिनरल्स होनी चाहिए उसमें उतना बच्चे को मिल सके। मगर, कई बार महिलाएं डाक्टर से कहती हैं कि टानिक या दूध का डिब्बा दिख दें जिससे बच्चा मोटा हो जाए। मगर, ऐसा नहीं है। स्तनपान से अच्छा टानिक नहीं है। प्रसव के बाद पहले सप्ताह में जो दूध बनता है उसे कोलोस्ट्रम कहते हैं इसमें प्रोटीन बहुत अधिक मात्रा में होती हैं और बीमारी से बचाने के लिए प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। उसके बाद 2 सप्ताह तक ट्रांजिशनल मिल्क होता है जिसमें प्रोटीन के साथ शुगर, फैट के साथ इम्यूनोग्लोबुलिंस भी होते हैं। इसके बाद जो दूध होता है वह मेच्योर मिल्क होता है उसे पानी की मात्रा बच्चे की जरूरत के हिसाब से होती है। कार्यशाला में महिलाओं को स्तनपान करने के तरीके भी बताए गए। नवदीप हास्पिटल के निदेशक आगरा सर्जंज़ असोसीएशन के अध्यक्ष डा. सुनील शर्मा, शांति सेना की शीला बहल, जैन जागृति महिला मंडल से सुलेखा सुराना, सुमित्रा सुराना,संगीता जैन, आगरा विकास मंच महिला विंग से ममता जैन,शांता जैन,साकेत महिला मंडल की शैल सिंह , सुगंधा जैन , सीमा पाठक ,चेतना आदि मौजूद रहे।
इस तरह कराएं स्तनपान
स्तनपान कराने के लिए बच्चे का सिर और शरीर एक लाइन में होना चाहिए
बच्चे का मुंह मां की तरफ होना चाहिए
बच्चे का पेट मां के पेट को स्पर्श करते हुए होना चाहिए
स्तनपान कराने के बाद बच्चे को बर्पिंग, डकार दिलानी चाहिए इसके लिए बच्चे को कंधे से लगाकर पीठ थपथपा सकते हैं।