Agra Univ. Evaluation fraud: Examiner give 37 marks out of 33
आगरालीक्स …आगरा के डॉ भीमराव अंबेडकर विवि के कुलपति इकोनोमिक्स के प्रोफेसर हैं, उनके ही विषय में परीक्षक ने 33 अंक के पेपर में से उत्तर पुस्तिका में 37 अंक दे दिए। इससे विवि के मूल्यांकन की पोल खुल गई है। पूर्णांक से ज्यादा प्राप्तांक देने वाले शिक्षक महात्मा गांधी काशी विद्यापीठी, बनारस विवि से संबदृध कॉलेज के हैं, विवि प्रशासन ने उत्तर पुस्तिका जब्त कर ली है। अन्य मूल्यांकन केंद्रों पर भी उत्तर पुस्तिकाओं की जांच कराई जा रही है। कहीं ऐसा तो नहीं है कि अन्य जगहों पर भी पूर्णांक से ज्यादा प्राप्तांक तो नहीं दे दिए गए हैं।
विवि की मुख्य परीक्षाओं का खंदारी परिसर में मूल्यांकन चल रहा है। यहां के पर्यटन विभाग आईटीएचएम में बीए की कॉपी चेक की जा रही हैं। गुरुवार को आईटीएचएम मूल्यांकन केंद्र पर महात्मा गांधी काशी विद्यापीठी, बनारस विवि से संबदृध् कॉलेज के शिक्षक पहुंचे और मूल्यांकन के लिए 100 कॉपी ले ली। शिक्षक ने 50 कॉपी का मूल्यांकन कर अवार्ड लिस्ट सौंप दी, जिसमें छात्रों के नंबर लिखे रहते हैं, अवार्ड लिस्ट को देखकर कोआॅर्डीनेटर के होश उड गए। अवार्ड लिस्ट में 33 में से 40 से अधिक छात्रों के 33 से लेकर 37 नंबर दर्ज थे, इस पर कॉपी चेक की गई। उसमें फर्जीवाडा पकडा गया। परीक्षक ने आधे अंक के नंबर पर एक नंबर दे दिए थे, इसी तरह आंखें बंद कर मूल्यांकन कर दिया, जिससे कोई छात्र फेल ना हो। कोआॅर्डीनेटर डॉ लवकुश मिश्रा ने बताया कि कॉपी की दोबारा जांच कराई जाएगी।
परीक्षा से लेकर मूल्यांकन में खुली छूट
विवि की मुख्य परीक्षा में कॉलेजों में सामूहिक नकल हुई थी, इसकी रोकथाम के लिए सचल दल भी गठित नहीं किए गए। जिन सचल दलों को भेजा गया, उन पर पैसे लेने के आरोप लगे थे। इसके बाद मूल्यांकन में भी शिक्षक छात्रों को फेल नहीं कर रहे हैं, उन्हें 33 से अधिक अंक दिए जा रहे हैं।