डॉ. आरएस पारीक चिकित्सा के साथ-साथ समाजसेवा भी करते हैं। निःशुल्क इलाज भी करते हैं। उनकी कई पुस्तकें हैं। शोध कार्य करने के साथ विदेशी चिकित्सकों को प्रशिक्षण भी दे रहे हैं।
डॉ. रमेश प्रसाद ने एसएन मेडिकल कॉलेज में बाल रोग विभाग की स्थापना की है। उन्हें इसके लिए इंग्लैड भेजा गया था। उस समय अलग से बाल रोग विभाग नहीं होते थे।
इन्हें मिल चुका है पदमश्री
एसएन मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभागाध्यक्ष रह चुके डॉ. डीके हाजरा को 2014 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया जा चुका है। न्यूक्लियर मेडिसिन के तहत उन्होंने थायरॉयड की जांच के लिए थायरॉयड स्टुमुलेटिंग हारमोन (टीएसएच) परीक्षण की खोज की थी। आगरा के जाने-माने साहित्यकार स्वर्गीय डॉ. लाल बहादुर चौहान को 2010 में यह सम्मान प्राप्त हुआ था । इन्होंने हिन्दी, उर्दू, पंजाबी भाषा में 70 से अधिक पुस्तकें विभिन्न विषयों पर लिखीं । इसके अलावा लोक नाटक, लोक कथाओं की रचना की। शमशुद्दीन शेख को 1989 में जरदोजी के क्षेत्र में यह सम्मान दिया जा चुका है।
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