ASPIRE 2017: Rainbow Hospital, Agra Dr Neharika Malhotra wins Young Investigator Award
आगरालीक्स आगरा के डॉक्टरों ने मलेशिया में कहा कि भारत में इनफर्टिलिटी (बांझपन) की समस्या तेजी से बढी है, ऐसे में यूरोपियन कंट्रीज की तरह यहां भी हेल्थ इंश्योरेंस में इनफर्टिलिटी ट्रीटमेंट को शामिल किया जाना चाहिए। इसे लेकर इंडियन सोसायटी फॉर असिस्टेड रिप्रोडक्शन (आइएसएआर) के नेशनल प्रेसीडेंट डॉ नरेंद्र मल्होत्रा ने स्वास्थ्य मंत्रालय से मांग की है। वे 30 मार्च से दो अप्रैल तक कुआलालम्पुर, मलेशिया में आयोजित सातवीं एशिया पेसिफ़िक इनीशिएटिव ऑफ रिप्रोडक्शन 2017 में देश के 77 डॉक्टरों के प्रतिनिधि मंडल में शामिल थे।
वहां डॉ नरेंद्र मल्होत्रा और डॉ जयदीप मल्होत्रा ने रिप्रोडक्शन और प्रसव के दौरान मौत कम करने के लिए अपनी रिपोर्ट पेश की। वहीं, डॉ केशव मल्होत्रा ने भारत में बढ रही इनफर्टिलिटी की समस्या, इसके इलाज में एक से डेढ लाख तक का खर्चा आने के बाद भी भारत में यह हेल्थ इंश्योरेंस में शामिल नहीं है। इसे हेल्थ इंश्योरेंस में शामिल किए जाने पर जोर दिया। यंग इन्वेस्टीगेटर अवार्ड से सम्मानित डॉ निहारिका मल्होत्रा ने न्यू ड्रग पफॉर रिकरेंट फेलियर इन (एआरटी) साइक्लिस असिस्टेट रिप्रोडक्टिव टेक्नोलॉजी पर पेपर प्रजेंट किया। डॉ जयदीप मल्होत्रा ने मेलेशिया की प्रिंसेज अजीजा के आमंत्रण पर सेविंग मदर सेमिनार में व्याख्यान दिया, उन्होंने बताया कि एशिया के देशों में किस तरह से प्रसव के दौरान महिलाओं की मौत कम की जा सकती है। इसमें रेनबो हॉस्पिटल आगरा के आठ डॉक्टरों ने हिस्सा लिया। 2020 में एसपायर का आयोजन भारत में होगा और इसकी आयोजक सचिव डॉ जयदीप मल्होत्रा को चुना गया है। कांफ्रेंस में भारत सहित यूगांडा, नाइजीरिया, कैन्या, नामीबीया, इंडोनेशिया, मलेशिया के डॉक्टर शामिल हुए। 400 पेपर प्रजेंट किए गए।