आगरालीक्स …असम आतंकी हमले में आगरा के जवान मुल्तान सिंह तोमर सहित तीन जवान शहीद हुए हैं। जवान के शहीद होने की सूचना पर कोहराम मच गया, उनका पार्थिव शरीर सोमवार को आगरा के बाह स्थित बिजौली गांव पहुंचेगा।
बाह के बिजौली गांव निवासी मुल्तान सिंह 42 सेना में हवालदार थे और असम के तिनसुकिया में तैनात थे। शनिवार सुबह उल्फा (आई) और एनएससीएन (के) के आतंकवादियों द्वारा सेना के काफिले पर हमला किया। इस हमले में हवलदार मुल्तान सिंह तीन जवानों के साथ शहीद हुए। मुल्तान सिंह के शहीद होने की सूचना मिलते ही बिजौली गांव में उनके परिजनों में कोहराम मच गया। समूचे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। शहीद के घर पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। शहीद का पाथिर्व शरीर सोमवार को बिजौली गांव पहुंचेगा।
मचा कोहराम, बेटा भी सेना करेगा ज्वाइन
मुल्तान सिंह 1994 में सेना में भर्ती हुए थे। वह सेना में हवलदार थे। उनकी तैनाती असम के तिनसुकिया जिले में हुई थी। उनके शहीद होने की खबर मिलते ही मां राजरानी देवी एव पत्नी सुमन देवी का रो रो कर बुरा हाल है। सुमन देवी तो सुधबुध खो बैठी है। रोते-रोते वह अचेत हो जाती हैं। शहीद का एक पुत्र और पुत्री है। 12 साल की पुत्री दीक्षा कक्षा 7 और 10 साल का पुत्र 10 कक्षा 5 का छात्र है। शहीद का 10 वर्षीय पुत्र विनय सिंह ने कहा कि वह भी सेना भर्ती होकर उग्रवादियों से पिता की मौत का बदला लेगा।
तीनों भाई सेना में
शहीद मुल्तान सिंह की मां राजरानी देवी ने बताया कि उनके तीन पुत्र बृजेश सिंह ,मुल्तान सिंह और बहोरन सिंह हैं। तीनों ही सेना में हैं। बड़ा पुत्र बृजेश सिंह सेना से रिटायर हो चुका है। सबसे छोटा पुत्र बहोरन सिंह सेना में सूबेदार है। राजरानी को अपने बेटे मुल्तान की शहादत पर गर्व है। वह कहती हैं कि अगर उनका चौथा बेटा होता तो उसे भी सेना में भेजतीं।
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