New toll rates released for Agra-Lucknow, Purvanchal and Bundelkhand Expressway,
‘Bhojan Rath’ donated for food Annamrita service in Agra#agranews
आगरालीक्स…(20 June 2021 Agra News) आगरा में भूखों को भोजन कराएगा प्रभु जगन्नाथ जी का ‘भोजन रथ’. अस्पतालों में पहुंचाए जा रहे भोजन के पैकेट
भोजन अन्नामृत सेवा के लिए दान किया ‘भोजन रथ’
श्री श्री जगन्नाथ मंदिर, ईस्कॉन आगरा के अंतर्गत फूड फॉर लाइफ ईस्कॉन आगरा की ‘जीवन के लिए भोजन’ अन्नामृत सेवा आज प्रेरणा बन गई है। इसके तहत प्रभु श्री जगन्नाथ जी के मंदिर से गरीबों और जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाया जाता है। इसके अलावा अस्पतालों और घरों में मरीजों, असहायों के लिए पहुंचाया जाता है। माया मित्तल चैरिटेबिल ट्रस्ट और रामकली देवी फाउंडेशन ने इस सेवा को आगे बढ़ाने के लिए भोजन रथ (मारुति ईको) प्रदान किया है। गंगा दशहरा के पावन अवसर पर सोमवार को यह रथ फूड फॉर लाइफ सेवा के लिए प्रदान किया गया। माया मित्तल चैरिटेबिल ट्रस्ट के चेयरमैन आरएस मित्तल ने रथ की चाबी श्री श्री जगन्नाथ मंदिर ईस्कॉन आगरा के अध्यक्ष अरविंद स्वरूप दास प्रभु जी को भेंट कीं।
पूरे विश्व में चलाई जा रही भोजन अन्नामृत सेवा
अरविंद दास प्रभु ने बताया कि जीवन के लिए भोजन अन्नामृत एक ऐसी सेवा है जो ईस्कॉन द्वारा पूरे विश्व में चलाई जाती है। विगत सात महीनों से यह आगरा में भी संचालित हो रही है, जिसमें सड़कों पर जीवन व्यतीत कर रहे जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाया जाता है। एसएन मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल, लेडी लॉयल में हर रोज सुबह के वक्त भोजन के पैकेट पहुंचाए जाते हैं। अब तक यह कार्य ई रिक्शा के माध्यम से किया जाता है, अब इस सेवा में यह रथ भी जुड़ गया है। आगरा में यह पहल ईस्कॉन के संस्थापक आचार्य भक्तिवेदांत स्वामी श्री प्रभुपाद के निदेर्शों का पालन करने का प्रयास है।
संस्थापक आचार्य का आदेश है कि मंदिर के 10 किलोमीटर के दायरे में कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं रहना चाहिए। माया मित्तल चैरिटेबिल ट्रस्ट के चेयरमैन आरएस मित्तल ने कहा कि एक साल से भी अधिक समय से कोरोना महामारी से दुनिया त्रस्त है। तमाम लोगों को भोजन संबंधी दिक्कतें भी आ रही हैं। ऐसे में यह सेवा एक वरदान है। फूड फॉर लाइव के संयोजक संजीव मित्तल और अशु मित्तल ने कहा कि कमलानगर स्थित मंदिर परिसर में श्री जगन्नाथ जी का यह प्रसादम मंदिर के पांच प्रभु जी तैयार कराते हैं। सबसे पहले भगवान का भोग होता है। इसके बाद सेवादारों द्वारा इसे भक्तों और जरूरतमंदों तक पहुंचाया जाता है। संयोजक शैलेंद्र अग्रवाल और स्वाति अग्रवाल ने बताया कि प्रतिदिन दलिया, खिचड़ी, दाल-रोटी सैकड़ों लोगों तक पहुंचाई जा रही है। लोग इसे प्रभु श्री जगन्नाथ जी का आशीर्वाद मानकर ग्रहण करते हैं।