डॉ. रामशंकर कठेरिया की अगुवाई में प्रदेश में बिगड़ी कानून व्यवस्था के खिलाफ नौ से 18 जून तक पांच चरणों में आंदोलन किया गया। इस आंदोलन में फतेहपुर सीकरी के सांसद चौधरी बाबूलाल शामिल नहीं हुए थे। केंद्रीय राज्य मंत्री ने बुधवार को प्रेसवार्ता में उनकी पूर्व निर्धारित वैष्णो देवी यात्रा को अनुपस्थिति की वजह बताया था, मगर शुक्रवार को यात्रा से लौटने के बाद चौधरी बाबूलाल ने नया खुलासा किया। मीडिया कर्मियों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि न तो उन्हें आंदोलन की जानकारी दी गई और न भरोसे में लिया गया। फिर हम कार्यक्रम में क्यों भाग लेंगे। उन्होंने आगे कहा कि बीजेपी के केंद्रीय मंत्री होने के नाते उन्हें आंदोलन का श्रेय दे दिया गया, लेकिन क्या भाजपा के लोग जमीनों पर कब्जा कराने के लिए हैं। मैं भी भाजपा से हूं। आइंदा अगर ऐसी कार्रवाई होगी, तो लोग जमीनों पर कब्जा करेंगे।
केंद्रीय राज्य मंत्री के निजी सचिव रविंद्र कठेरिया पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जहां मंत्री का निजी सचिव रहता है, क्या उसके नाम जमीन का बैनामा है। मकान का बैनामा है। बैनामा ठाकुर की लड़की के नाम है और कब्जा करेंगे दूसरे लोग। इसकी सच्चाई सामने आनी चाहिए। पार्टी नेतृत्व इसकी जांच कराए कि कौन गलती पर है और कौन दोषी है, उसके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। जमीनों पर कोई भी कब्जा करेगा, चाहे वह मेरा परिजन या करीबी क्यों न हो, उसके खिलाफ मैं कार्रवाई कराऊंगा। ऐसे आदमी का साथ हम लोग नहीं देंगे।
ये है मामला
आवास विकास कॉलोनी, सेक्टर तीन में रहने वाले केंद्रीय मंत्री के निजी सचिव रविंद्र कठेरिया के बेटे राहुल को बाइक सवार हमलावरों ने 25 मई को गोली मारकर घायल कर दिया था। उसका मकान मालकिन मालती देवी निवासी सिरसागंज फीरोजाबाद से विवाद चल रहा है। घटना के बाद रविंद्र ने मकान मालकिन मालती देवी के पुत्र राजेश और मकान खरीदने वाले संतोष, उसके साले स्वतंत्र कुमार के अलावा तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। रविंद्र का कहना था कि मालती देवी ने उनसे मकान का सौदा कर पेशगी लेने के बाद उसका बैनामा संतोष के नाम कर दिया था। जबकि मालती देवी का कहना था कि उनके बेटे के खिलाफ गलत मुकदमा कराया गया है। रविंद्र मकान हड़पना चाहते थे, इसीलिए उन्होंने राजनीतिक व प्रशासनिक दबाव डलवाकर उन पर और उनके परिजनों पर झूठे मुकदमे दर्ज कराए थे।
चौधरी साहब भी भले नहीं
सांसद चौधरी बाबूलाल पर आरोप है कि वे गुंडों को अपने साथ रखते हैं, उनका अपराधिक रिकॉर्ड है। उनके बेटे रामेश्वर चौधरी ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर कॉलेज बना लिया है, सांसद के खिलाफ तमाम मुकदमे हैं।
चौधरी बाबूलाल सीनियर हैं, यह आंदोलन जनता के लिए किया गया था, सचिव के साथ हुई घटना से इसका कोई लेना देना नहीं हैं
डॉ राम शंकर कठेरिया, केंद्रीय मंत्री
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