आगरालीक्स…. आगरा में हॉस्पिटल में आग से बीटेक कर रही छात्रा, नौवीं कक्षा के छात्र और संचालक की मौत पर सीएम योगी ने शोक व्यक्त किया। आग लगने का कारण भी आया सामने।
आगरा के जगनेर रोड स्थित आर मधुराज हॉस्पिटल की दूसरी मंजिल पर संचालक राजेंद्र कुमार पुत्र गोपीचंद, उनकी पत्नी राजरानी, बीटेक कर रही बेटी शालू, नीट यूजी में अच्छे परसेंटाइल प्राप्त कर चुका उनका बेटा लवी और सबसे छोटा बेटा ऋषि नौवीं कक्षा में पढ़ रहा था। बुधवार सुबह आग लगने से हॉस्पिटल संचालक राजेंद्र कुमार, उनकी बेटी शालू और बेटे ऋषि की मौत हो गई।
सीएम योगी ने शोक किया व्यक्त
आर मधुराज हॉस्पिटल में तीन लोगों की मौत के मामले में आगरा में एक अस्पताल में लगी आग में हुई जनहानि पर गहरा दुःख प्रकट किया है।
मुख्यमंत्री जी ने दिवंगत आत्मा की शांति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण शार्ट सर्किट
हॉस्पिटल में आग लगने के मामले की अग्निशमन विभाग ने जांच की, प्रारंभिक रिपोर्ट में सामने आया है कि जिस बिल्डिंग में आर मधुराज हॉस्पिटल संचालित है वह दो मंजिला है। इसके प्रथम तल पर छह बेड का हॉस्पिटल था। जबकि दूसरी मंजिल पर हॉस्पिटल संचालक राजेंद्र कुमार अपने परिवार के साथ रह रहे थे। इसके बगल में ही दुकान है, दुकान में फोम और हॉस्पिटल का कबाड़ भरा हुआ था। दूसरी मंजिल पर निर्माण भी चल रहा था। आशंका है कि शार्ट सर्किट से दुकान में आग लगी, फोम से आग की लपटें उठने लगी। इसके साथ ही धुआं भी भरने लगा।
कमरे में फंसे बेटे और बेटी को बचाने के लिए अंदर गए थे राजेंद्र कुमार
आग लगने के कुछ देर बाद पता चला, जब तक धुआं भर चुका था। हॉस्पिटल संचालक राजेंद्र कुमार कमरे से बाहर निकल आए लेकिन उन्हें पता चला कि बेटी शालू और बेटा ऋषि अंदर कमरे में हैं तो वह दोबारा कमरे में गए, धुआं अधिक था, वे बाहर निकल नहीं पाए। राजेंद्र कुमार, बेटी शालू और बेटा ऋषि बेहोश हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया, अस्पताल लेकर पहुंचे लेकिन तब तक मौत हो चुकी थी।