आगरालीक्स…आगरा में दिमाग की री प्रोग्रामिंग से डिप्रेशन हो रहा ठीक, जिंदगी अनमोल है, बस यह समझ लीजिए.जानें आगरा की साइकोलॉजिस्ट डा पल्लवी वालिया से.
महत्वाकांक्षा और चुनौती बनी डिप्रेशन की वजह
आगरा में बच्चे और युवाओं में डिप्रेशन की समस्या बढी है। इसका एक बडा कारण महत्वाकांक्षा और चुनौती है। बच्चे क्लास में टॉप करना चाहते हैं, कुछ बच्चों के परिजन भी चाहते हैं कि उनका बच्चा टॉप करे। इससे बच्चे डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। इसी तरह युवाओं को जॉब में तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इससे वे भी डिप्रेशन की गिरफ्त में आ रहे हैं। मगर, डिप्रेशन पूरी तरह से ठीक हो जाता है। साइकोलॉजिस्ट डा पल्लवी वालिया, ब्लोसम क्लीनिक, जी टू स्वामी अपार्टमेंट प्रेम भवन कॉलोनी गेट, दयालबाग ने आगरालीक्स से डिप्रेशन, इलाज और किस तरह से बच सकते हैं। इस पर चर्चा की….
सवाल-आपके पास किस तरह के डिप्रेशन के केस ज्यादा आ रहे है?
कोरोना काल में बच्चे और युवाओं में डिप्रेशन के केस बढे हैं। बच्चों के मामलों में एग्जाम में अच्छे अंक ना आना, इससे बच्चे परेशान होने लगते हैं। कई महीने तक इस तरह की स्थिति रहने पर बच्चे डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। गुमसुम और अकेले रहते हैं, सोते रहते हैं, पढने का मन नहीं करता है। भूख भी नहीं लगती है।
सवाल युवाओं में डिप्रेशन का कारण क्या है?
जवाब युवाओं में डिप्रेशन का कारण तनाव भरी जिंदगी है। जॉब से संबंधित समस्या, परिवार की समस्याएं। इससे युवा डिप्रेशन के शिकार हो रहे हैं और सुसाइड के विचार आने लगते हैं। युवा बताते हैं कि वे कई बार सुसाइड अटेंप्ट कर चुके हैं लेकिन बच गए।
सवाल-डिप्रेशन ठीक हो सकता है?
जवाब डिप्रेशन पूरी तरह से ठीक हो सकता है। इसके लिए दो से तीन महीने तक थैरेपी दी जाती है। नकारात्मक से सकारात्मक सोच विकसित की जाती है। इससे ठीक हो जाते हैं।
सवाल-डिप्रेशन का इलाज किस तरह किया जाता है?
जवाब डिप्रेशन को आसान भाषा में समझें तो यह विचारों में आया बदलाव है। नकारात्मक सोच से यह समस्या होती है।

डायलेक्टियल बिहेवियर थैरेपी
डॉ. पल्लवी वालिया ने बताया कि मनोचिकित्सा वह है जो आपको अस्वस्थ, नकारात्मक विश्वासों और व्यवहारों की पहचान करने में मदद करती है और उन्हें स्वस्थ, सकारात्मक लोगों के साथ बदल देती है. डायलेक्टियल बिहेवियर थैरेपी एक प्रकार का सीबीटी है जो आपको तनाव से निपटने, अपनी भावनाओं को काबू करने और दूसरों के साथ अपने संबंधों को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए व्यवहार कौशल सिखाता है. उन्होंने बताया कि इस थैरेपी से दिमाग की रीप्रोग्रामिंग की जाती है। जिससे नकारात्मक सोच सकारात्मक सोच में बदल जाती है।
साइकोथैरेपी डिप्रेशन
डॉ. पल्ल्वी ने बताया कि इसमें डिप्रेशन के शिकार युवाओं से उनकी समस्या सुनी जाती है, उनके कुछ खराब अनुभव होते हैं। ऐसी समस्याओं का समाधान बताया जाता है। इससे वे ठीक होने लगते हैं।
पौष्टिक आहार है जरूरी
डिप्रेशन सहित अन्य बीमारियों में पौष्टिक आहार बेहद जरूरी है। इसके लिए विटामिन डी, विटामिन सी, विटामिन बी 12 दी जाती है। सके साथ ही प्रोटीन और जिंक रिच डाइट दी जाती है।
साइकोलॉजिस्ट डा पल्लवी वालिया, ब्लोसम क्लीनिक, जी टू स्वामी अपार्टमेंट प्रेम भवन कॉलोनी गेट, दयालबाग से कंसल्ट करने के लिए कॉल करें
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