आगरालीक्स… आगरा में एक फाइनेंस कंपनी में सात दिन काम कर चुके नटवरलाल ने ग्राहकों के ईएमआई कार्ड इश्यू कराकर जमकर शॉपिंग की, आप भी तो नहीं हुए शिकार।
बजाज फाइनेंस के असिस्टेंट मैनेजर करन कुमार गुप्ता ने मुकदमा लिखाया था कि कि वीधापुरा, अरनौटा (बसई अरेला) का निवासी संतोष बेहने 2013 में सात दिन उनके अहमदाबाद ऑफिस में काम किया था। उसे 2014 में सदर पुलिस ने हेराफेरी में जेल भेजा। जेल से रिहाई के बाद उसने बडा खेल किया।
डाटा में सेंध लगाकर बनवाए ईएमआई कार्ड
कंपनी द्वारा तीन से चार प्रतिशत पर ईएमआई कार्ड इश्यू किए जाते हैं। इस कार्ड से ग्राहक बाजार में कहीं से भी खरीददारी कर सकता है। संतोष ने ऑफिस केडॉटा में सेंध लगाई। ग्राहकों की आईडी निकलवा ली जिन्होंने ईएमआई कार्ड इश्यू कराए थे। कंपनी के कस्टमर केयर पर उस ग्राहक के नाम से फोन किया जिसकी आईडी चुराई थी। उनसे कहा कि ईएमआई कार्ड खो गया है। उसने अपना पता और मोबाइल नंबर भी बदल लिया है। कृपया नया कार्ड नए पते पर डिलीवर कराया जाए। कस्टमर केयर वाले वेरीफिकेशन के लिए जन्म तिथि, पुराना मोबाइल नंबर, पुराना पता, आधार कार्ड नंबर आदि पूछते हैं। वह चुराए गए डाटा से सभी सवालों के जवाब दे दिया करता था। उसके बताए पते पर नए कार्ड इश्यू हो जाते थे।
जमकर की शॉपिंग
संतोष ने कार्ड से बाजार से एलईडी, वाशिंग मशीन, फ्रिज, एसी आदि सामान खरीद लेता था। हाल ही में उसने तीस हजार रुपये की शॉपिंग की थी। करन कुमार गुप्ता की तहरीर पर न्यू आगरा पुलिस ने संतोष के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मुकदमा लिखा था। उसे सोमवार को जेल भेज दिया गया।
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