आगरा पहुंची उत्तराखंड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्या, 26 अगस्त को लेंगी शपथ
आगरालीक्स.. आगरा पहुंची उत्तराखंड की राज्यपाल बेबीरानी मौर्या के स्वागत में भीड उमड पडी, फोटो के लिए कार्यकर्ताओं में धक्कामुक्की हुई, वे 26 अगस्त को उत्तराखंड के राज्यपाल के पद की शपथ लेंगी।
आगरा की पूर्व मेयर बेबी रानी मौर्या को उत्तराखंड का राज्यपाल बनाया गया है, वे अमेरिका में अपने बेटे के पास थीं, बुधवार को अमेरिका से दिल्ली लौटी। गुरुवार सुबह यमुना एक्सप्रेस वे से वे आगरा आईं, एक्सप्रेस वे पर उनका स्वागत किया गया। उनके स्वागत के लिए करियप्पा रोड स्थित आवास पर कार्यकर्ताओं की भीड लगी हुई थी।
बेबी रानी मौर्या ने सास से लिया आर्शीर्वाद, दी गई सलामी

करियप्पा रोड पर पहुंचने के बाद बेबी रानी मौर्या ने अपनी सास कमला देवी के पैर छूकर उनका आर्शीवाद लिया, यहां उनके साथ फोटो कराने के लिए कार्यकर्ताओं में धक्कामुक्की हुई। उन्हें सलामी दी गई।
26 को लेंगी शपथ

उत्तराखंड के राज्यपाल केके पाल की जगह 26 अगस्त को आगरा की पूर्व मेयर बेबीरानी मौर्या उत्तराखंड के राज्यपाल की शपथ लेंगी, इसके लिए आगरा से भी तमाम कार्यकर्ता जाएंगे।
पूर्व मेयर से राज्यपाल बनने का सफर
1995 में आगरा के मेयर की सीट आरक्षित होने पर दलित महिला प्रत्याशी के रूप में भाजपा ने बेबीरानी मौर्या को उतारा था, वह चुनाव जीत गईं। इसके बाद उन्होंने एत्मादपुर से विधानसभा चुनाव लडने के लिए दावेदारी की। 2007 में एत्मादपुर से विधानसभा चुनाव हार गईं थी. वे भाजपा में महिला आयोग की सदस्य रहीं लेकिन लंबे समय से सक्रिय राजनीति से दूर चल रहीं थी। 2014 में लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत, इसके बाद यूपी के विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत के बाद पूर्व मेयर बेबी रानी मौर्या भाजपा में सक्रिय हो गईं थी।
62 साल की बेबी रानी मौर्या, बेटे के पास अमेरिका में थी
बेबी रानी मौर्या 62 साल की हैं, 15 अगस्त को उनका जन्मदिन था, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार बेबी रानी मौर्या के पति प्रदीप कुमार बैंक के डायरेक्टर पद से रिटायर हुए हैं। उनका एक बेटा और एक बेटी है, बेटा अमेरिका में रहता है। अभी वे अमेरिका में बेटे के पास हैं, यहां आगरा में करियप्पा रोड बालूगंज में उनका आवास है। उन्हें उत्तराखंड का राज्यपाल बनाए जोन की खबर अमेरिका में मिली, भाजपा नेताओं का कहना है कि पूर्व मेयर बेबी रानी मौर्या अमेरिका से वापस लौट रहीं हैं। उन्हें उत्तराखंड के राज्यपाल केके कॉल की जगह राज्यपाल बनाया गया है।
वोट बैंक की राजनीति कर रही भाजपा
विशेषज्ञों का कहना है कि 2014 में भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला था, 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा पूरी तैयारी में जुट गई है, विकास के बाद अब जातिगत वोट बैंक पर निशाना साधा जा रहा है। भाजपा मूल वोट बैंक के साथ एससी और एसटी के वोट में सेंध लगाना चाहती है, इस लिहाज से दलित चेहरों को भाजपा आगे ला रही है। विशेषज्ञ बेबी रानी मौर्या को उत्तराखंड का राज्यपाल बनाए जाने को वोट बैंक की राजनीति से भी जोड कर चल रहे हैं। इस तरह के चेहरे आगे आने से भाजपा में भी विरोध नहीं होगा।