आगरालीक्स.. आगरा में आपका बच्चा दिन में दो घंटे से ज्यादा समय तक मोबाइल, टेबलेट, लैपटॉप या टीवी स्क्रीन से चिपका रहता है यदि हां, यह बहुत चिंताजनक है, आप सर्तक हो जाइये। यह आपके बच्चे के लिए बेहद नुकसानदायक है। इससे बच्चे का शारीरिक, मानसिक, संवेदानात्मक और ज्ञान संबंधी विकास नकारात्मक रूप से प्रभावित होता है। आमतौर पर बच्चे अपने आसपास के वातावरण और अपने परिजनों के व्यवहार से सीखते हैं। डिजिटल स्क्रीन का सबसे बड़ा नुकसान यही कि बच्चा अपने परिवेश से कट जाता है और उसका व्यवहार और गतिविधियां स्क्रीन पर देखे अभिनय से प्रेरित होने लगता है ना कि वास्तविक जीवन से।
विकास होता है बाधित
इसे सरल तरीके से यूं समझा जा सकते हैं कि एक बच्चा अगर ज्यादा समय वर्जुअल यानी स्क्रीन के सामने व्यतीत करता है तो वह खेलकूद, व्यायाम, लोगों से मिलने, बातचीत करने और जीवन में काम आने वाली चीजें सीखने के लिए कम समय निकाल पाता है, जो उसके समग्र विकास को बाधित कर देता है।
भाषा पर प्रभाव
बच्चा अपने परिवार और समाज से भाषा सीखता है, लेकिन स्क्रीन पर ज्यादा समय बिताने वाले बच्चों में पढ़ने औऱ अपना ध्यान केंद्रित करने की क्षमता कम होने लगती हैं। वह भाषा के प्रयोग के समय स्क्रीन पर अदा किए जाने वाले अभिनय से प्रभावित होने लगता है।