आगरालीक्स…अब किताबी ज्ञान नहीं, एक्टिविटी बेस्ड लर्निंग से बच्चे पढ़ेंगे मैथ, साइंस और आर्ट. आगरा के 38 स्कूलों के 140 शिक्षकों को वर्कशॉप में बताई नई शिक्षानीति.
माउंट लिट्रा में हुई वर्कशॉप
अप्सा द्वारा नई शिक्षा निति 2020 विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शनिवार को माउंट लिटरा जी स्कूल विद्यालय परिसर में किया गया. कार्यशाला में अदिति रॉय मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित किया गया, जो एक विख्यात शिक्षाविद, लेखिका और शिक्षक प्रशिक्षक हैं. कार्यशाला में शिक्षकों को विस्तार में नई शिक्षा निति 2020 से अवगत कराया गया. इस कार्यशाला में आगरा शहर के 38 विद्यालयों के लगभग 140 (प्रशिक्षु) शिक्षकों ने एवं अप्सा से संबद्ध विद्यालयों के प्रबंधक तथा प्रधानाचार्य ने उपस्थित रहकर अपने अपने विद्यालय का प्रतिनिधित्व किया.

बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होगी नई शिक्षा नीति
प्रथम सत्र में मुख्य वक्ता अदिति रॉय ने बताया कि नई शिक्षा नीति किस प्रकार बच्चों के सर्वांगीण विकास में सहायक होगी. अब शिक्षकों को पुराने प्रचलित तरीकों से न सिखाकर सिखाने के उस तरीके का चुनाव करना है जिसमें बच्चा सीखना चाहता है.
उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति में 10+2 के फार्मेट को पूरी तरह खत्म कर दिया गया है. अभी तक हमारे देश में स्कूली पाठ्यक्रम 10+2 के हिसाब से चलता है लेकिन अब ये 5+ 3+ 3+ 4 के हिसाब से होगा. इसका मतलब है कि प्राइमरी से दूसरी कक्षा तक एक हिस्सा, फिर तीसरी से पांचवीं तक दूसरा हिस्सा, छठी से आठवीं तक तीसरा हिस्सा और नौंवी से 12 तक आखिरी हिस्सा होगा.
एक्टिविटी आधारित शिक्षण
उन्होंने बताया कि पहले तीन साल बच्चे आंगनबाड़ी में प्री-स्कूलिंग शिक्षा लेंगे. फिर अगले दो साल कक्षा एक एवं दो में बच्चे स्कूल में पढ़ेंगे. इन पांच सालों की पढ़ाई के लिए एक नया पाठ्यक्रम तैयार होगा. मोटे तौर पर एक्टिविटी आधारित शिक्षण पर ध्यान रहेगा. इसमें तीन से आठ साल तक की आयु के बच्चे कवर होंगे. इस प्रकार पढ़ाई के पहले पांच साल का चरण पूरा होगा.
प्रीप्रेटरी स्टेज
इस चरण में कक्षा तीन से पांच तक की पढ़ाई होगी। इस दौरान प्रयोगों के जरिए बच्चों को विज्ञान, गणित, कला आदि की पढ़ाई कराई जाएगी। आठ से 11 साल तक की उम्र के बच्चों को इसमें कवर किया जाएगा।
मिडिल स्टेज
इसमें कक्षा 6-8 की कक्षाओं की पढ़ाई होगी तथा 11-14 साल की उम्र के बच्चों को कवर किया जाएगा। इन कक्षाओं में विषय आधारित पाठ्यक्रम पढ़ाया जाएगा। कक्षा छह से ही कौशल विकास कोर्स भी शुरू हो जाएंगे।
सेकेंडरी स्टेज
कक्षा नौ से 12 की पढ़ाई दो चरणों में होगी जिसमें विषयों का गहन अध्ययन कराया जाएगा। विषयों को चुनने की आजादी भी होगी।

वर्कशॉप में ये स्कूल रहे शामिल
कार्यशाला मे शामिल होने वाले विद्यालयों में सेंट एन्ड्रूज पब्लिक स्कूल, एस० जी० पाब्लिक स्कूल, एस० एस० पब्लिक स्कूल, सिम्बोजिया पब्लिक स्कूल,कर्नल्स ब्राइटलैंड पब्लिक स्कूल, सरस्वती विद्या मंदिर, गायत्री पब्लिक स्कूल, सेंट पीटर्स कॉलेज, प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल, आदि प्रमुख थे.
ये लोग रहे मौजूद
एसोसिएशन ऑफ़ प्रोग्रेसिव स्कूल्स (अप्सा) से डॉ. सुशील गुप्ता (अध्यक्ष-अप्सा), डॉ. गिरधर शर्मा (सचिव-अप्सा), प्रद्युम्न चतुर्वेदी (कोषाध्यक्ष-अप्सा), डॉ. जीएस राणा (उपाध्यक्ष CBSE -अप्सा), फादर. एण्ड्रयू मैथ्यू कोरेया (उपाध्यक्ष ICSE-अप्सा), त्रिलोक सिंह राणा (संयुक्त सचिव-अप्सा), स्पर्श बंसल, मनीष गुप्ता, सुमित उपध्याय, रूबीना खानम, डॉ. आरएन चौहान, श्रुति शर्मा, डॉ. शुभि प्रसाद, डॉ. वंदना घोष, रंजीता रानी, रवि नारंग, प्रदीप चाहर, कर्नल अपूर्व त्यागी आदि मौजूद रहे. कार्यक्रम का आरम्भ स्वागत गीत से किया गया.