Agra News: Electromagnetic chair will treat urine related problems in
Parents upset due to viral, unable to take decision to send children to school#agranews
आगरालीक्स…(31 August 2021 Agra News) वायरल का बढ़ा प्रकोप. अभिभावक परेशान. बच्चों को स्कूल भेजने के बारे में नहीं कर पा रहे फैसला. इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल
आगरा में 5 कोरोना मरीज मिले
कक्षा एक से पांचवीं तक के स्कूल कल से खुल रहे हैं। इधर, वायरल का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में मरीजों की लाइन लगी है। ओपीडी में आने वाले मरीजों में अधिकांश वायरल बुखार के हैं। बच्चे भी इसकी चपेट में हैं। इधर मंगलवार को कोरोना के मरीज भी बढ़े हैं। मंगलवार को पांच नए मरीज मिले हैं। इसके बाद से ही अभिभावक परेशान हैं।
संशय में अभिभावक
बच्चों को स्कूल भेजने को लेकर अभिभावक संशय में हैं। इसको लेकर वे फैसला नहीं कर पा रहे हैं। उनका कहना है कि ऐसे में जब मरीज बढ़ रहे हैं और वायरल बुखार का खतरा भी है, तो बच्चों को स्कूल कैसे भेज दें। लॉयर्स कॉलोनी निवासी अनिल अग्रवाल का बेटा कॉन्वेंट स्कूल में पढ़ता है। उन्होंने बताया कि कल से बच्चे को स्कूल भेजने का मैसेज आ गया है। लेकिन जिस तरह से ये बीमारी बढ़ रही है, उसको देखते हुए वह बच्चे को स्कूल नहीं भेजेंगे। आदर्श नगर निवासी रोशनी गुप्ता ने बताया कि कल से बच्चों को स्कूल भेजना है। लेकिन वह अभी तक निर्णय नहीं कर पा रही हैं कि क्या करें। उन्होंने बताया कि उनका बेटा कक्षा दो में पढ़ता है। अगर स्कूल जाने के बाद वह संक्रमित हो गया तो क्या करेंगी। अभी तो बच्चों को वैक्सीन भी नहीं लगी है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल
कक्षा एक से पांचवी तक के स्कूल एक सितंबर से खोले जाने के आदेश सीएम ने दिए हैं। इसको लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की गई है। लॉ स्टूडेंट अंवित सिंह और अन्य की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है कि विशेषज्ञों ने कोविड की तीसरी लहर की आशंका जताई है। इसमें सबसे ज्यादा बच्चों के संक्रमित होने की आशंका है। ऐसे में स्कलों को अभी बंद रखने की मांग की गई है।
सरकार को नोटिस
बता दें कि 18 अगस्त को यूपी सरकार ने कक्षा एक से आठ तक के स्कूल खोलने का शासनादेश जारी किया था। याचिका में कहा गया है कि जब आधा सेशन बीत चुका है और आॅनलाइन पढ़ाई चल रही है तो स्कूल खोलने का औचित्य नहीं है। इसके बाद हाईकोर्ट ने सरकार को नोटिस जारी किया है। इसमें निदेशक स्वास्थ्य सेवाएं से जानकारी मांगी गई है कि स्कूल खुलने पर बच्चों को कोरोना हुआ तो उनके इलाज की क्या तैयारी है।