आगरालीक्स.. आगरा में आधी रात से बारिश हो रही है, सुबह स्कूल के समय बारिश होने से बच्चे और अभिभावक रेनी डे को लेकर परेशान रहे लेकिन स्कूलों की छुटटी नहीं हुई है। बारिश में मस्ती करते हुए बच्चे स्कूल पहुंचे, अभी भी रुक रुक कर बारिश हो रही है।
सोमवार देर रात से बादल घिर आए, मंगलवार सुबह दो बजे के बाद से आगरा में तेज बारिश हो रही है। घने बादल छाए हुए हैं और सुबह छह बजे तक तेज बारिश हुई, इसके बाद से बादल छा गए हैं। सुबह स्कूल जाते समय बारिश को देख परिजन रेनी डे के मैसेज का इंतजार करते रहे लेकिन स्कूल से कोई मैसेज नहीं आया। इसके बाद बारिश में भीगते हुए बच्चे स्कूल पहुंचे, स्कूल में पढाई के साथ ही बारिश की मस्ती भी खूब हुई। मौसम विभाग का अनुमान है कि बादल छाए रहेंगे और बारिश होगी।
300 एमएम हो चुकी है बारिश
आगरा में बुधवार रात दो बजे से बारिश हो रही है, गुरुवार सुबह छह बजे तक तेज बारिश हुई। इसके बाद बूंदाबांदी होने लगी, दोपहर में कुछ देर के लिए मौसम खुला, इसके बाद गुरुवार रात से दोबारा बारिश होने लगी है। शुक्रवार सुबह से तेज बारिश होने लगी है। गुरुवार को 135 एमएम बारिश हुई है। शुक्रवार को बारिश तेज है, इससे सडकों और कॉलोनी में जलभराव होने लगा है। शुक्रवार सुबह आठ बजे तक आईएमडी के अनुसार 63 एमएम बारिश हुई है। इस तरह आगरा में 48 घंटे में 178 एमएम बारिश हो चुकी है। मौसम विभाग ने शनिवार को भी बारिश की संभावना व्यक्त की है। आगरा में जुलाई में 300 एमएम बारिश हो चुकी है।
यमुना का बढा जलस्तर, बाढ का अलर्ट

आगरा में यमुना रौद्र रुप में आ चुकी है, यमुना फ्लड लेबल 499 फीट के करीब पहुंच गई है, यमुना में छोडे जा रहे पानी से बाढ का खतरा बढ गया है, इसके लिए अलर्ट किया गया है।
यमुना का जल स्तर लगातार बढता जा रहा है, दिल्ली के बाद मथुरा में यमुना का जलस्तर डेंजर जोन तक पहुंच गया है, यमुना में चार किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से जलस्तर बढ रहा है। मथुरा से छोडे गए 23 हजार क्यूसिक पानी के बाद सोमवार को आगरा में यमुना का जल स्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया। कैलाश मंदिर, बल्केश्वर, हाथी घाट पर यमुना लबालब दिखाई दे रही हैं। ताजमहल के पीछे भी यमुना लबालब हैं, जलस्तर बढने से यमुना खतरे के निशान को छू लेगी। इससे पहले रविवार सुबह दस बजे ताजेवाला डैम से 1.83 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इसके साथ ही ओखला बैराज से 52 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। पीछे से पानी आने की स्थिति को देखते हुए गोकुल बैराज से सुबह आठ बजे ही 19 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा था। वहीं ताजेवाला से पूरे दिन हर घंटे पर एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जाता रहा। रविवार को यमुना का जलस्तर 488.7 फीट पहुंच गया, जबकि आगरा में यमुना का फ्लड लेबल 499 फीट है।