Shri Paras Hospital, Agra Death Audit Report: Out of 16 death 14 patient admit with comorbidities, Not a single death due to Oxygen insufficiency #agranews
आगरालीक्स..(Agra News 19th June).आगरा के श्री पारस हॉस्पिटल में 26 और 27 अप्रैल को 16 मरीजों की मौत हुई, डेथ आडिट में सामने आया मौत का कारण, डॉ अरिंजय जैन पर दर्ज है मुकदमा, लाइसेंस है निलंबित।
आगरा के पारस हॉस्पिटल का 7 जून को वीडियो वायरल हुआ, इसमें दिखाई दे रहा था कि डॉ अरिंजय जैन सामने बैठे युवक को 25 और 26 अप्रैल में आक्सीजन की कमी होने पर क्या किया, यह बता रहे हैं। वे कह रहे हैं कि 26 अप्रैल को सुबह सात बजे पांच मिनट के लिए आक्सीजन बंद कर माकड्रिल की गई और पांच मिनट में 22 मरीज छट गए। मीडिया में यह वीडियो सुर्खियां बना और आक्सीजन की माकड्रिल करने से 22 मरीज की मौत के आरोप लगाए गए।
डॉक्टर पर महामारी अधिनियम में मुकदमा और हास्पिटल सील
मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद डीएम प्रभु एन सिंह ने स्पष्ट किया कि आक्सीजन की कमी नहीं थी, उन्होंने पारस हास्पिटल को 25 से 27 अप्रैल के बीच में आपूर्ति किए गए आक्सीजन सिलेंडर और रिजर्व में रखे सिलेंडर का ब्योरा सार्वजनिक किया, कहा कि 26 अप्रैल को चार मौत और 27 अप्रैल को तीन मरीजों की मौत हुई थी। क्योंकि वीडियो में डॉ अरिंजय जैन कह रहे थे कि मोदी नगर ड्राई हो गया है, गाजियाबाद में भी आक्सीजन नहीं है, गोल्ड के रेट में भी आक्सीजन नहीं मिलेगा, मेरा करियर बर्बाद हो जाएगा, 96 मरीज भर्ती हैं, आक्सीजन की कमी का भ्रम पफैलाने के आरोप में थाना न्यू आगरा में डॉ अरिंजय जैन पर महामारी अधिनियम में मुकदमा दर्ज करा दिया गया। स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्पिटल को सील कर दिया और लाइसेंस निलंबित कर दिया।
26 और 27 को 16 मरीजों की मौत हुई, लेकिन आक्सीजन की कमी से एक भी मरीज की मौत नहीं
इस मामले की जांच के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज के एनेस्थीसिया विभाग के डॉ त्रिलोकचंद, मेडिसिन विभाग के डॉ बलवीर सिंह, फोरेंसिक विभाग की डॉ रिचा गुप्ता और डिप्टी सीएमओ डॉ पीके शर्मा की टीम गठित की गई। टीम ने डेथ आडिट किया, 26 और 27 जून को 16 मरीजों की मौत हुई। डेथ आडिट में कहा गया है कि 16 मरीजों में से 14 में कोमार्बिडिटी यानी कोरोना के साथ मधुमेह, ह्रदय रोग सहित अन्य बीमारियां थी। दो मरीजों में कोई भी कोमार्बिडिटी नहीं थी, इन सभी की जांच का आकलन किया गया, इलाज कोरोना प्रोटोकाल के तहत पाया गया, साक्ष्यों के आधार पर समिति ने कहा है कि एक भी मरीज की आक्सीजन बंद नहीं की गई थी, उक्त दिनों में अस्पताल में पर्याप्त आक्सीजन थी 16 मरीजों की मौत उनकी बीमारी की गंभीर अवस्था और अन्य बीमारी साथ में होने के कारण हुई थी।
महामारी अधिनियम में दर्ज मुकदमे में पुलिस करेगी विवेचना
इस मामले में आक्सीजन की कमी का भ्रम फैलाने के आरोप में डॉ अरिंजय जैन पर थाना न्यू आगरा में महामारी अधिनियम में मुकदमा दर्ज है, इस मामले में पुलिस विवेचना कर आगे की कार्रवाई करेगी। साथ ही हास्पिटल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया था, हॉस्पिटल संचालक के जवाब के आधार पर सीएमओ को आगे निर्णय लेना है।