
ईमानदारी और नियम यही हैं उपलब्धि
डॉ एसके गर्ग को चार्ज देने के लिए सोमवार को कैलाश मंदिर की छुटटी होने के बाद भी प्राचार्य कार्यालय खाोला गया। यहां उन्होंने प्राचार्य कार्यालय के कर्मचारियों से कहा कि ईमानदारी और नियम से काम करना ही उनकी उपलब्धि रही है। उनसे कोई दबाव में काम नहीं करा सकता है। उन्होंने संकेत दिए हैं कि जो डॉक्टर और कर्मचारी हॉस्पिटल से गायब रहते हैं और जो कर्मचारी टेंडर से लेकर खरीद फरोख्त में मोटी कमाई कर रहे हैं, वे सतर्क हो जाएं नहीं तो कार्रवाई होगी।
मेरठ मेडिकल कॉलेज से दूसरे प्राचार्य
डॉ एसके गर्ग मेरठ मेडिकल कॉलेज में एसपीएम विभागाध्यक्ष थे, वे एसएन के प्राचार्य बने हैं। इससे पहले डॉ केके गुप्ता को एसएन का प्राचार्य बनाया गया था, इसके बाद वे डीजीएमई बन गए थे।
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