आगरालीक्स.. आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया, थाने पर एक जूनियर डॉक्टर की डॉक्टर गर्ल फ्रेंड पहुंच गई, कोर्ट में डॉक्टर गर्ल फ्रेंड ने
जमानत प्रार्थना पत्र दे दिया, उनसे कहा गया कि प्रार्थना पत्र एडवोकेट द्वारा ही दिया जा सकता है। कोर्ट ने 15 जूनियर डॉक्टर व मेडिकल छात्रों को जेल भेज दिया। इन्हें सोमवार को भी जमानत नहीं मिल सकी है। सीजेएम कोर्ट में मंगलवार यानी 18 सितंबर को सुनवाई होगी, कोर्ट ने केस डायरी तलब की है।
आगरा के अशोका होटल एंड बार, दिल्ली गेट में शनिवार को सर्जरी विभाग के जूनियर डॉक्टर द्वितीय वर्ष अमित अपने साथियों के साथ बर्थ डे पार्टी मनाने पहुंचे थे। यहां शराब को लेकर विवाद के बाद मारपीट हो गई, हॉस्टल से आए छात्रों ने तोडपफोड कर दी, उनकी वीडियो ग्रापफी कर रहे पुलिस कर्मियों से मारपीट की। पुलिस ने 25 जूनियर डॉक्टर व मेडिकल छात्रों को अरेस्ट कर लिया।
थाने पहुंची डॉक्टर गर्ल फ्रेंड, जूनियर डॉक्टर ने नाम बता दिया गलत
पुलिस 25 जूनियर डॉक्टर व मेडिकल छात्रों को अरेस्ट कर थाना हरीपर्वत ले आई, मीडिया रिपोर्ट के अनुसार थाने पर एक जूनियर डॉक्टर की डॉक्टर गर्ल फ्रेंड भी थाने पहुंच गई। उसने अपने ब्वाय फ्रेंड जूनियर डॉक्टर को छुडवाने के लिए सिपफारिश लगाई, पुलिस के पास पफोन आया और पूछा कि इस नाम का जूनियर डॉक्टर हिरासत में लिया गया है कि क्या, पुलिस ने जवाब दिया, इस नाम का कोई जूनियर डॉक्टर नहीं है। इस पर सिफारिश करने वाले ने जूनियर डॉक्टर की गर्ल फ्रेंड को बताया कि इस नाम का कोई भी जूनियर डॉक्टर अरेस्ट नहीं किया गया है। उसने बताया कि वह थाने में है और उसने देखा है।
पुलिस न सुनाई खरी खरी
अपने ब्वॉय फ्रेंड को देखने के लिए उसकी डॉक्टर गर्ल फ्रेंड अंदर चली गई, पुलिस को बताया कि वह सामने जो बैठा है वही है। पुलिस ने लिस्ट में उसका नाम देखा, पुलिस को जूनियर डॉक्टर ने गलत नाम बता दिया था। इस पर पुलिस ने उसे खरी खरी सुनाई। इसके बाद पुलिस 15 जूनियर डॉक्टरों को दीवानी ले आई, यहां भी डॉक्टर गर्ल फ्रेंड आ गई। अपनी तरफ से जमानत प्रार्थना पत्र दे दिया। उससे मना कर दिया गया कि जमानत प्रार्थना पत्र एडवोकेट द्वारा दिया जाना चाहिए।