आगरालीक्स… आगरा में पांच हजार साल पुराने ताजगंज मोक्षधाम को शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है, ताजगंज मोक्षधाम पर अंतिम संस्कार नहीं होगा, शवों को अंतिम संस्कार के लिए पोइया घाट श्मशान घाट ले जाया जाएगा। इसके लिए डीएम ने आज शाम को बैठक बुलाई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा ताजमहल को प्रदूषण से हो रहे नुकसान के बाद डीएम एनजी रवि कुमार ने ताजगंज मोक्षधाम को शिफ्ट करने पर राय ली जाएगी।
आगरा में ताजमहल के पीछे ताजगंज श्मशान घाट है, सर्वाधिक अंतिम संस्कार ताजगंज श्मशान घाट पर ही होते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने बढते प्रदूषण से ताजमहल को हो रहे खतरे के बाद ताजगंज मोक्षधाम को शिफ्ट करने के लिए कहा था, 2015 में इसका विरोध हुआ, इसके बाद ताजगंज श्मशान घाट पर हो रहे अंतिम संस्कार से धुआं कम उठे, इसके लिए विद्युत शवदाह ग्रज और चिमनी लगाई गई। इसमें करोडों रुपये खर्च किए जा चुके हैं, अभी भी काम चल रहा है।
मोक्षधाम शिफ्ट करने के लिए डीएम ने बुलाई बैठक
सुप्रीम कोर्ट ने दोबार ताजमहल को प्रदूषण से हो रहे नुकसान के बाद सख्त टिप्पणी की है, इस मामले में 26 जुलाई को सुनवाई होनी है। इससे पहले डीएम एनजी रवि कुमार ने सुप्रीम कोर्ट की सख्ती का हवाला देते हुए ताजगंज मोक्षधाम पर हो रहे अंतिम संस्कार को पोइया घाट श्मशान घाट पर कराने के लिए बैठक बुलाई है। मंगलवार को 4 45 बजे कलक्र्टेट में बैठक होगी, इसमें सभी विभागीय अधिकारियों के साथ संगठन भी बुलाए गए हैं।
लोगों में आक्रोश
मोक्षधाम शिफ्ट करने का मामला दोबारा सामने आने से लोगों में आक्रोश है, उनका कहना है कि जिला प्रशासन प्रदूषण कम करने के लिए बनाई गई योजना पर अमल नहीं कर रहा है। यह दूसरी बार है जब ताजगंज श्मशान घाट को शिफ्ट करने के लिए कहा जा रहा है। जबकि विद्युत शवदाह ग्रह और चिमनी से प्रदूषण कम हुआ है।
14 मई 2015 को किया गया था विरोध

1995 में भी ताजगंज मोक्षधाम को शिफ्ट करने के प्रस्ताव का विरोध किया गया था। इसके बाद 14 मई 2015 को आगरा में ताजगंज मोक्षधाम को शिफ्ट करने का विरोध तेज हो गया है। गुरुवार को विभिन्न संगठनों ने ताजगंज मोक्षधाम तक पैदल मार्च किया और आर्केलॉजिकल सर्वे आॅफ इंडिया (एएसआइ) और जिला प्रशासन द्वारा प्रदूषण के चलते मोक्षधाम को शिफ्ट किए जाने के फैसले का कडा विरोध जताया। सामाजिक संगठनों का कहना है कि सालों पुराने ताजगंज मोक्षधाम को हटने नहीं दिया जाएगा। उधर, एएसआइ ने जिला प्रशासन को ताजगंज मोक्षधाम से हो रहे प्रदूषण से ताज महल को खतरा बताते हुए कहीं और स्थानांतरित करने के लिए पत्र लिखा था। इस पर जिला प्रशासन ने ताजगंज टेनरी में मोक्षधाम शिफ्ट करने का फैसला लिया है।