Sanjay Malhotra appointed new governer of Reserve Bank of India
The teachings and philosophy of Jesus Christ are relevant even today, be a servant, serve: Archbishop Rafi
आगरालीक्स…ईसा मसीह की शिक्षा और दर्शन आज भी प्रासंगिक, वे हमें निरन्तर क्षमा और सेवा करने की प्रेरणा और प्रोत्साहान देते हैं।
गिरजाघरों में प्रभु ईसा के दुःखभोग घटनाएं याद कीं
उक्त उद्गार महाधर्माध्यक्ष डॉ.राफी मंजलि निष्कलंक माता महागिरजाघर में लोगों को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि प्रभु ईसा ने अपने शिष्यों के साथ किए गए अंतिम भोज के दौरान अपने शिष्यों के पैर धोकर हमारे सम्मुख सेवा का उज्जवल आदर्श रखा।
लोगों से सेवाभाव अपनाने की अपील की
ईसाई पंचांग के सबसे पवित्र समय (सप्ताह) के दौरान नगर के सभी प्रमुख गिरजाघरों में प्रभु ईसा के दुःखभोग सम्बन्धी घटनाओं की याद की गई। सेंट मेरीज़ चर्च, प्रतापपुरा में फादर लॉयड लोबो ने मुख्य पूजा चढ़ाई। प्रवचन के बाद बारह लोगों के पैर धोए और लोगों से सेवाभाव अपनाने का आग्रह किया।
श्री लॉरेंस मसीह के अनुसार सेंट मेरीज चर्च, छावनी स्थित सेंट पैट्रिक्स चर्च व शास्त्रीपुरम स्थित सेंट थॉमस चर्च में पवित्र बाईबिल से प्रभु ईसा का दुःखभोग पाठ, बारह शिष्यों के पैर धोने की परंपरा तथा पवित्र परमप्रसाद की स्थापना की धर्मविधि सम्पन्न हुई।
गुड फ्राइडे पर आज रोजा और शाम को क्रूस का रास्ता
क्रिश्चियन समाज सेवा सोसाइटी के अध्यक्ष डेनिस सिल्वेरा ने बताया कि आज चर्च में रोजा और परहेज का दिन है। रोजा रखने का नियम सभी व्यस्कों पर लागू होता है। इस दिन सभी चर्चा में मध्यान्ह तीन बजे से प्रार्थना व सायंकाल ‘क्रूस का रास्ता’ होगा। उन्होंने सभी लोगों से पाप स्वीकार संस्कार में भाग लेने और स्वेच्छापूर्वक दान-दक्षिणा देने की अपील की है।