आगरालीक्स…आगरा में पोस्ट पार्टम हैमरेज की जटिलताओं, इसके प्रबंधन और नई तकनीक पर हुई कार्यशाला…आगरा आब्स एंड गायनी सोसाइटी की ओर से
पीपीएच प्रबंधन और नई तकनीक पर हुई कार्यशाला
आगरा आब्स एंड गायनी सोसायटी की ओर से संजय प्लेस स्थित होटल होली डे इन में पोस्ट पार्टम हैमरेज की जटिलताओं, इसके प्रबंधन और नई तकनीक पर कार्यशाला आयोजित की गई। एओजीएस कीं अध्यक्ष डाॅ. आरती मनोज ने बताया कि पीपीएच एक जटिल स्थिति है। हालांकि नई तकनीक, दवाओं और साधनों से खतरे को कम किया जा सका है, लेकिन अब भी गंभीरता बनी हुई है। सचिव डाॅ. सविता ने बताया कि कार्यशाला बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि पीपीएच कई बार जानलेवा हो जाता है। इसी खतरे से निपटने की जानकारी कार्यशाला में दी जा रही है।
वक्ताओं में डाॅ. साधना गुप्ता ने बताया कि कई बार डिलीवरी के बाद महिलाओं को अत्यधिक रक्तस्त्राव होने लगता है, जिसे पोस्टपार्टम हैमरेज (पीपीएच) कहा जाता है। इसकी वजह से मां को जान तक गंवानी पड़ जाती है। इससे बचने के लिए एंटीनेटल चैकअप बेहद जरूरी है। सत्र की अध्यक्षता डाॅ. सरोज सिंह और डाॅ. संध्या अग्रवाल ने की। डाॅ. तमकिन खान ने फीटो मैटरनल हैमरेज के बारे में जानकारी दी। कहा कि यह भ्रूण की रक्त कोशिकाओं का नुकसान है। यह सामान्य गर्भावस्था में होता है साथ ही जब गर्भावस्था में प्रसूति या आघात संबंधी जटिलतााएं होती हैं। सत्र की अध्यक्षता डाॅ. अभिलाषा प्रकाश और डाॅ. रत्ना शर्मा ने की। इसके साथ ही पीपीएच पर एक लाइव वर्कशाॅप भी हुई। स्ंचालन डाॅ. जाॅली गुप्ता और डाॅ. श्रद्धा अग्रवाल ने किया।