आगरालीक्स…आगरा में ‘मकान बिकाऊ हैं’. नरकपुरी से लेकर बदबू नगर के मामले में अब और गुस्से में लोग…
आगरा ताजनगरी है. विश्व विख्यात ताज महल को देखने के लिए हर रोज हजारों देशी—विदेशी पर्यटक् यहां पहुंचते हैं. आगरा के विकास के लिए स्मार्ट सिटी योजना चलाई जा रही है. मेट्रो का जाल बिछाया जा रहा है और शहर को विकसित किया जा रहा है लेकिन हकीकत तो कुछ और ही है. जमीनीस्तर पर देखें तो कई कॉलोनियों या क्षेत्रों के लोग गंदगी, जलभराव, ऊबड़—खाबड़ सड़कों से परेशान हैं. नगर निगम के चुनाव आने वाले हैं, ऐसे में अब लोगों ने खुद ही अनोखा विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है.
पिछले दिनों आगरा के दौरहठा, अवधपुरी और अलबतिया रोड की छह कॉलोनी के लोगों ने समस्याओं से परेशान होकर अपनी कॉलोनियों के नाम ही बदल दिए हैं. इनमें अवधपुरी को नरकपुरी, पंचशील कॉलोनी को दुर्गंधशील कॉलोनी रखा गया है. इसके अलावा नाला सरोवर कॉलोनी, बदबू विहार, घिनौना नगर, कींचड़ नगर कॉलोनी भी लोगों ने नाम रखे हैं. लोगों ने बाकायदा इनके नए बोर्ड लगाए और इन कॉलोनियों के नाम के पुराने साइनेज की जगह फ्लैक्स पर नए नाम लिखवा दिए हैं.
जब यह मामला ज्यादा बढ़ने लगा तो अधिकारी यहां पहुंचे. आरोप है कि उन्होंने यहां पहुंचकर बदले गए नामों के बोर्डों को उखाड़ दिया. जब अवधपुरी बनी नरकपुरी का बोर्ड अधिकारियों ने देखा तो उसे वहां से हटा दिया गया. ऐसे में अब इस कॉलोनी के लोगों ने अपने घरों पर मकान बिकाऊ के पोस्टर लगा दिए हैं. ये वही कॉलोनी है जहां भारतीय क्रिकेट टीम के खिलाड़ी दीपक चाहर का भी मकान है. इसके अलावा मान सरोवर कॉलोनी में भी लोगों ने मकान बेचने के पोस्टर लगाए हैं.
लोगों में गुस्सा इतना अधिक है कि उन्होंने सांसद और विधायक के लापता होने और मकान बिकाऊ है के पोस्टर चस्पा भी कर दिए हैं. लोगों का कहना है कि सड़कों पर जलभराव है. 13 सालों से लोग यहां समस्याओं से जुझ रहे हैं. सांसद विधायक सबसे कई बार मिल चुके लेकिन सड़क नहीं बनी. लोगों का कहना है कि दो साल हो गए सीमा विस्तार हुए लेकिन सफाई तक नहीं होती. सड़कें खोद दी जाती हैं लेकिन उनकी फिर मरम्मत नहीं की जाती.